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शिक्षा मनोविज्ञान एक परिचय |
मनोविज्ञान का सम्प्रत्यय
मनोविज्ञान की उत्पत्ति दर्शनशास्त्र से मानी गई है। इसका प्रारंभिक अध्ययन अरस्तू ने आत्मा के विज्ञान' के रूप में किया।
"मनोविज्ञान का दर्शनशास्त्र से अलग करने का श्रेय संरचनावादी मनोवैज्ञानिक विलियम जेम्स को जाता है। मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला की स्थापना विलियम वुट द्वारा 1879 में जर्मनी के लिपजींग शहर में की गई।
मनोविज्ञान के विकास के बारे में मत
वुडवर्थ के अनुसार-"मनोविज्ञान ने सर्वप्रथम अपनी आत्मा का त्याग किया, फिर मन को त्यागा और फिर चेतना को त्यागकर वर्तमान में व्यवहार के ढंग को अपनाता है।"
मनोविज्ञान की परिभाषाएं-
वुडवर्थ के अनुसार -- मनोविजान वातावरण के सम्पर्क में होने वाले व्यवहार का अध्ययन है।" वाटसन के अनुसार मनोविज्ञान व्यवहार का धनात्मक व सकारात्मक विज्ञान है।" जेम्स ड्रेवर के अनुसार--मनोविज्ञान मानव एवं पशु दोनों के सभी प्रकार के क्षेत्रों के व्यवहारों का अध्ययन करता है।" स्कीनर के अनुसार-''मनोविज्ञान व्यवहार का आधारभूत विज्ञान है।" मेक्डुगल के अनुसार-"मनोविज्ञान आचरण एवं व्यवहार का यथार्थ विज्ञान है।" वाटसन ने सर्वप्रथम मनोविज्ञान को व्यवहार का धनात्मक विज्ञान कहा था।
मनोविज्ञान की प्रकृति व विशेषताएं -
मनोविज्ञान व्यवहार का विज्ञान है क्योंकि मनोविज्ञान में मानव एवं पशु के सभी प्रकार के व्यवहारों का अध्ययन किया जाता है। मनोविज्ञान धनात्मक विज्ञान है --क्योंकि मनोविज्ञान में व्यवहार का अध्ययन करने के लिए विभिन्न विधियों व प्रविधियों का प्रयोग किया जाता है तथा परिणाम ज्ञात किये जाते हैं। मनोविज्ञान मनोसामजिक विज्ञान है-क्योंकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है तथा मनोविज्ञान में इस प्रकार के सामाजिक प्राणी के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है। मनोविज्ञान जीव विज्ञान है- क्योंकि मनोविज्ञान के माध्यम से व्यक्ति के विकास का क्रमबद्ध अध्ययन किया जाता है, इसलिए मनोविज्ञान को जीव विज्ञान माना जाता है।
मनोविज्ञान कला है क्योंकि मनोविज्ञान के माध्यम से व्यक्ति व्यवहार में निपूर्णता आती है।
मनोविज्ञान विज्ञान है क्योंकि अनुसंधानों के माध्यम से मनोविज्ञान नवीन आयाम प्रकट होते जा रहे हैं इसलिए मनोविज्ञान विकास का विज्ञान है।
शिक्षा मनोविज्ञान
शिक्षा अंग्रेजी के शब्द Education का हिंदी रूपांतरण है जो लेटिन भाषा के Education शब्द से बना है।
शिक्षा शब्द का अंग्रेजी रूपान्तर शब्द Education है।एजुकेशन शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा से हुई है। लैटिन भाषा के एडुकेटम 'Educatum' शब्द का अर्थ है-शिक्षण कार्य करना।
कुछ विद्वानों के अनुसार एजुकेशन शब्द की उत्पत्ति Educare से हुई है जिसका अर्थ-विकसित करना।
Educare शब्द से तात्पर्य ' शिक्षित करना' या ऊपर उठाने से है। Education शब्द Educo शब्द से बना है Educo शब्द भी E और duco से बना है जिनमे E का तात्पर्य 'आंतरिक' और Duco का अर्थ विकसित करना या आगे बढ़ना है। अथार्त इसका अर्थ है-आंतरिक शक्तियों का विकास करना ।
शिक्षा की परिभाषाएँ-
अरस्तू के अनुसार-"स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निर्माण शिक्षा का कार्य है।
फ्रोबेल के अनुसार-“शिक्षा व्यक्ति को आंतरिक शक्तियों को बाह्य शक्तियों का रूप देता है।"
गंधीजी के अनुसार-"शिक्षा से मेरा अभिप्राय मनुष्य के शरीर, आत्मा व मस्तिष्क के सर्वागीण एवं सर्वोत्तम विकास से है "
स्वामी विवेकानंद के अनुसार-"शिक्षा बालक की पूर्वनिहित पूर्णता को अभिव्यक्त करती है।"
पेस्टोलॉजी के अनुसार-"शिक्षा बालक में आंतरिक शक्तियों का स्वभाविक, समरस व प्रगतिशील विकास करती है।"
शिक्षा मनोविज्ञान की परिभाषाएँ-
कॉलसनिक के अनुसार-"मनोविज्ञान के सिद्धांतों एव परिणामों का शिक्षा के क्षेत्र में अनुप्रयोग ही शिक्षा मनोविज्ञान है।"
क्रो एंड क्रो के अनुसार-"शिक्षा मनोविज्ञान व्यक्ति के जन्म से लेकर वृद्धा अवस्था तक सभी प्रकार के सीखने के अनुभवों का वर्णन एवं व्याख्या करता है।"
स्कीनर के अनुसार-"शिक्षा मनोविज्ञान, मनोविज्ञान की वह शाखा है जो अधिगम एंव शिक्षण से संबंधित है।"
स्कीनर के अनुसार-"शिक्षा मनोविज्ञान व्यक्तित्व के सभी पहलुओं से संबंधित है।"
शिक्षा मनोविज्ञान के उपयोग
व्यक्तिगत भेद को समझने में उपयोगी।
व्यक्तिगत को जानने में सहायक।
बौद्धिक क्षमताओं का पता लगाने में उपयोगी।
अधिगम स्तर को जानने में सहायक।
शिक्षण विधियों प्रविधियों व सहायक सामग्री का चयन करने में उपयोगी।
व्यक्तिगत को जानने में सहायक।
बौद्धिक क्षमताओं का पता लगाने में उपयोगी।
अधिगम स्तर को जानने में सहायक।
शिक्षण विधियों प्रविधियों व सहायक सामग्री का चयन करने में उपयोगी।
अभिप्रेरणा एवं पुनर्बलन प्रदान करने में सहायक।
निर्देश एवं परामर्श में सहायक।
बालक की अभिरुचि, अभिवृत्ति, अभिक्षमताओं का विकास करने में सहायक।
मूल्यांकन में उपयोगी।
शिक्षा मनोविज्ञान के माध्यम से अध्यापक को उसकी
निर्देश एवं परामर्श में सहायक।
बालक की अभिरुचि, अभिवृत्ति, अभिक्षमताओं का विकास करने में सहायक।
मूल्यांकन में उपयोगी।
शिक्षा मनोविज्ञान के माध्यम से अध्यापक को उसकी
योग्यताओं अथवा क्षमताओं से परिचित कराया जाता है, ताकि विद्यार्थी के स्तरानुसार शिक्षण करवा सके।
वर्तमान में प्रचलित बाल केन्द्रित शिक्षा की शिक्षा मनोविज्ञान के बिना कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
वर्तमान में प्रचलित बाल केन्द्रित शिक्षा की शिक्षा मनोविज्ञान के बिना कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
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