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Friday, June 30, 2023

titan submarine collapse: टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने पहुंची टाइटन पनडुब्बी अंत: विस्फोट का शिकार जाने क्या होता है catastrophic emplosion

oceangate titan submarine
oceangate  titan submarine

oceangate titan submarine टाइटन पनडुब्बी हादसा


10 अप्रैल 1912 को टाइटैनिक ने अपनी पहली यात्रा शुरू की थी 14 अप्रैल 1912 को टाइटैनिक एक बर्फ की चट्टान से टकरा गया जिससे यह दो टूकडों में टूट गया। टाइटैनिक जहाज भीषण टक्कर के बाद में छेद हो गया तथा इस जहाज में आग लग गई। टक्कर के कुछ ही मिनटों बाद यह उतरी अंटलाटिक महासागर में डूब गया था। इस हादसे को शांतिकाल की सबसे बड़ी घटना मानी जाती है। इस जहाज में सवार में सवार लगभग दो हजार लोगों में से 1500 लोग मारे गये थे।
लेकिन इस घटना के लम्बे समय बाद टाइटैनिक का मलबा समुद्र में रोमांचक जगह बनी हुई है। लम्बे समय बाद मलबा ढूंढने के बाद कुछ कीमती वस्तुओं को बचाया गया लेकिन जहाज का ढांचा आज भी पानी में गल रहा है। वर्तमान में इस मलबे की जगह को देखने के लिए अरबपति लोग वहां जाने की चाहत रखते हैं। लेकिन समुद्र की गहराई में तापमान और उच्च जल दाब के कारण वहां किसी सामान्य पनडुब्बी का जाना सम्भव नहीं है। इसलिए लगभग तीन किलोमीटर की गहराई में लगभग एक वर्ग इंच में 2500 किलोग्राम भार के जलदाब को झेलने के लिए विशेष प्रकार की समर्सिबल तैयार की जाती है जिसके माध्यम से लगभग 13000 फिट की गहराई में टाइटैनिक के मलबे के पास पहुंचा जा सकता है।

हालांकि आज तक विभिन्न पनडुब्बियां टाइटैनिक के मलबे के पास पहुंची है लेकिन साल 2023 में टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने समुद्र में गये अरबपतियों के रोमांच के सफर का दुखद अंत हुआ। इस बार इस यात्रा में टाइटन पनडुब्बी में सवार होने वाले लोग कोई सामान्य नहीं थे बल्कि ये सभी पांचलोग जाने-माने अरबपति थे। इसमें OceanGate के सीईओ स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद, हामिश हार्डिंग, और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट जैसी हस्तियां शामिल थी।

ओसिएनगेट की टाइटन पनडुब्बी से इन लोगों ने कनाडा के न्यूफाउंडलैंड से 16 जून को अपने सफर की शुरुआत की थी। ये सभी लोग एक जहाज से पहले अटलांटिक महासागर में उस जगह पहुंचे, जहां टाइटैनिक जहाज का मलबा मौजूद है। इसके बाद 18 जून को ये सभी यात्री समर्सिबल से पानी के अंदर उतरे। सुबह 9 बजे ये लोग समुद्र की गहराई में उतरे और सुबह करीब 11.47 बजे ही पनडुब्बी का संपर्क टूट गया। पांचों यात्रियों को शाम 6.10 बजे सतह पर वापस लौटना था। जिसके बाद शाम 6.35 बजे बचाव कार्य शुरू किया गया। इन लोगों के पास पनडुब्बी में 96 घंटे की ही ऑक्सीजन थी। लेकिन बाद में कोई संपर्क नहीं होने पर समुद्र में बड़े स्तर का आपरेशन शुरू किया । दरअसल अमेरिकी नौसेना ने रविवार को एक तेज धमाके की आवाज सुनी थी, उसी दिन टाइटन समर्सिबल लापता हुई थी। आखिर इस submarine का मलबा भी टाइटैनिक जहाज के मलबे के पास मिला । जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस पनडुब्बी में अंत: विस्फोट हुआ होगा। इस प्रकार इस पनडुब्बी में सवार सभी लोगों के मरने की पुष्टि कर दी गई।


क्या catastrophic emplosion अंत: विस्फोट जिससे टाइटन पनडुब्बी collapsed हो गई?


हम विस्फोट को कोई चीज के फटने और धमाके से ही समझते हैं जो बाहर की होता है। लेकिन किसी चीज पर आसपास के आवरण से चारों और से जबरदस्त दाब लगता हो तो क्या होता है?
जवाब होगा की वह चीज पिचक जाएगी। इस प्रकार कोई वस्तु बाहरी दबाव से पिचक कर अन्दर की ओर विस्फोट होती है तो उसे अंत: विस्फोट कहते हैं। टाइटन पनडुब्बी के साथ कुछ ऐसा ही घटित हुआ होगा। उतरी अंटलाटिक महासागर की तीन से चार किलोमीटर की गहराई में समुद्र का जलदाब एक वर्ग इंच में लगभग 2500 किलोग्राम है तथा तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सियस है ऐसे में स्थान पर किसी पनडुब्बी की कोई भी तकनीकी और मैकेनिकल खामी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। इस प्रकार टाइटन पनडुब्बी के साथ कुछ ऐसा ही घटित हुआ टाइटन पनडुब्बी समुद्र की गहराई के चरम जलदाब को सहन नहीं कर पाई होगी जिससे उसमें अंत: विस्फोट हुआ होगा। यह विस्फोट केवल 20 मिली सैकंड में होता है पनडुब्बी में बैठे लोगों को भनक भी नहीं लगती की उनकी मौत कब हो गई। इस प्रकार केटास्ट्रोफिक इम्पलोजन जब उच्च जलदाब के कारण कोई वस्तु काॅलेप्स कर जाती है तो उसे विनाशकारी उप विस्फोट की संज्ञा दी जाती है।

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