राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा राजस्थान में एक साथ 19 नवीन जिलों की घोषणा हुई है। राजस्थान में नये जिलों की सौगात से लोग खुश नज़र आ रहें हैं तो कहीं थोड़ी बहुत नाराजगी भी नजर आर ही है। बता दें कि राजस्थान में अब 50 जिले होंगे। विधानसभा में बजट के जवाब में इस घोषणा से पहले 31 जिले थे। वहीं राजस्थान में अब 10 संभाग बनाने की घोषणा हुई है। जानकारी के मुताबिक, 19 जिलों में अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), बालोतरा (बाड़मेर), ब्यावर (अजमेर), डीग (भरतपुर), डीडवाना-कुचामनसिटी (नागौर), दूदू (जयपुर), गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर), जयपुर-उत्तर, जयपुर-दक्षिण, जोधपुर पूर्व, जोधपुर पश्चिम, केकड़ी (अजमेर), कोटपूतली-बहरोड़ (जयपुर), खैरथल (अलवर) नीम का थाना (सीकर), फलोदी (जोधपुर), सलूंबर (उदयपुर), सांचोर (जालोर) और शाहपुरा (भीलवाड़ा) को नया जिला बनाया गया है। वहीं, अब सीकर, पाली और बांसवाड़ा को नए संभाग बनाए जायेंगे।
गहलोत सरकार ने राज्य सरकार को नए जिलों के गठन के संबंध में सुझाव देने के लिए 21 मार्च 2022 को रामलुभाया की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया था। जिसकी रिपोर्ट तथा प्रत्येक जिले से करेक्टर्स से प्राप्त मशविरा और आंकड़ों को मध्यनजर रखकर राजस्थान में अविश्वसनीय रूप से पहली बार एक साथ 19 जिलों का गठन करने की सौगात दी है।
क्षेत्रफल के हिसाब से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। लगभग 3,42,239 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. देश के कुल क्षेत्रफल का 10.41 फीसदी हिस्सा है यहां बाड़मेर के बालोतरा को जिला बनाने के साथ अन्य कुछ जिलों की मांग जोरों पर थी गौरतलब है कि इससे पहले राजस्थान का आखिरी 33 वां जिला प्रतापगढ़ था।
जादुगर नाम से विख्यात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इन घोषणाओं से राजस्थान के भूगोल को बदल दिया है। सीएम गहलोत के एलान के बाद अब राजस्थान में 50 जिले तथा 10 संभाग हो जाएगे। इस बदलाव में जोधपुर और जयपुर को दो भागों में बांटकर नवीन नामकरण किया गया है। जिससे अब मूल जयपुर और जोधपुर की जगह उन्हें नवीन नामों के जिलों के रूप में जाना जाएगा।
इस घोषणा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि काफी समय से राजस्थान में नए जिलों की मांग उठ रही थी इसके लिए सरकार ने एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। अब कमेटी की फाइनल रिपोर्ट आ गई है, इसके बाद विचार विमर्श कर के 19 नए जिलों की घोषणा की जा रही है।
राजस्थान का पूर्व भौतिक स्वरूप एवं स्थापना
राजस्थान की स्थापना 1 नवंबर 1956 में हुई थी और इसी दिन यहाँ एक नया जिला अजमेर भी बना था। अपनी स्थापना के समय यह प्रदेश का 26वां जिला था। 10 अप्रैल 1991 के दिन प्रदेश में 3 जिलों का निर्माण हुआ था जिनके नाम बारा, दोसा, और राजसमंद थे। इस प्रकार से राजस्थान में जिलों की कुल संख्या 30 हो गयी। 12 जुलाई 1954 के दिन प्रदेश में 31वे जिले के रूप में हनुमानगढ बना। ऐसी ही 12 जुलाई 1997 के दिन करौली जिले का गठन हुआ। इस प्रकार से प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 32 हो गयी थी। इसके 11 साल बाद ही 26 जनवरी 2008 के दिन प्रदेश का 33वां एवं अभी तक का अंतिम जिला “प्रतापगढ़” गठित हुआ। इस जिले के बनने के बाद से ही राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 33 हो गयी थी।
रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट से हुआ नवीन जिलों का गठन और बंटवारा
राज्य सरकार को जिलों के निर्माण एवं सीमांकन के लिए एक विशेष अनुभवी कमेटी की सलाह एवं रिपोर्ट की आवश्यकता होती है जिस प्रकार परमेश चंद्र समिति की सिफारिश पर प्रतापगढ़ जिला बनाया गया था । इस बार सेवानिवृत आईएएस अधिकारी रामलुभाया की कमेटी की सिफारिशों को मानते हुए सरकार ने यह निर्णय किया है।
गहलोत सरकार ने राजस्थान के वर्ष 2023—24 के बजट पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने नवीन जिलों और संभाग बनाने की घोषणा की इस प्रकार इसमें जयपुर जिले को चार और जयपुर शहर को दो भांगों में बांट दिया है। हालांकि अभी और भी फेरबदल होने की गुंजाइश है । अभी रामलुभाया की कमेटी को सरकार ने हाल ही में छह माह का एक्सटेंशन दे रखा है।
अब 7 की जगह होंगे 10 संभाग और 33 की जगह 50 जिले
राजस्थान में इन घोषणाओं के बाद इसी प्रकार गठन एवं बंटवारा होता है तो राजस्थान का भौगोलिक एवं राजनीतिक मानचित्र बड़े स्तर पर बदल जाएगा। जिसमें राजस्थान का नवीनतम स्वरूप पूर्णतः भिन्न होगा। सीएम गहलोत की घोषणा के बाद राज्य में तीन नए संभाग शामिल किए जा रहे हैं। इसमें बांसवाड़ा, पाली और सीकर शामिल है। इससे पहले तक जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर और बीकानेर सात संभाग थे। जिसमें क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग जोधपुर है। राजस्थान के भौतिक स्वरूप को पुनः व्यवस्थित रूप से समझना पड़ेगा।
किस जिले में से कौनसा बना नया जिला
जयपुर - जयपुर उत्तर, जयपुर दक्षिण, दूदू, कोटपूतली-बहरोड़
सीकर- नीम का थाना
अलवर- खैरथल
जोधपुर- जोधपुर पूर्व और जोधपुर पशिम, फलोदी
अजमेर- केकड़ी और ब्यावर
भरतपुर- डीग
उदयपुर- सलूम्बर
भीलवाडा- शाहपुरा
सवाई माधोपुर- गंगापुर सिटी
नागौर- डीडवाना-कुचामन
गंगानगर- अनूपगढ़
बाड़मेर -बालोतरा
No comments:
Post a Comment