आकाश में रहस्यमय प्रकाश पुंज माला line of stars in sky
इन दिनों आसमान में दिखाई दे रही तारों की कतार जैसी वस्तुएं लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल सूर्यास्त के बाद फुलझड़ी या रोशनी की कतारें दिखाई दी यह पंजाब और उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में देखी गई। सोशल मीडिया पर इनके फोटो और विडियो वायरल हो रहें हैं। कहीं गांवों में लोगों में दहशत का माहौल बना तो कुछ लोगों के बीच इन चलायमान अद्भुत रोशनी को लेकर चर्चा भी हो रही है। कुछ लोग किसी देवी-देवता का चमत्कार तो कुछ लोग दूसरे गृहों से आए एलियन बता रहे हैं तो कुछ लोग महाप्रलय की भविष्यवाणी तक करने लग गए।
हालांकि ऐसी घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी ना होना या ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कयास लगाना स्वाभाविक है।
आइए हम जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर आसमां में चलती हुई इन सितारों की लड़ी का राज क्या है? हालांकि विभिन्न घटनाओं के पीछे वैज्ञानिक कारण होते हैं लेकिन हमारी जानकारी के अभाव से हम इन्हें अंधविश्वास से जोड़ देते हैं।
दूसरी तरफ आसमान या ब्रह्माण्ड में एसी घटनाएं खगोलीय घटनाएं भी होती रहती है जिसमें उल्कापिंड , तारों की गतिविधियां एवं आकाश गंगाओं का विस्तार आदि शामिल हैं । इन दिनों आसमान में तारों की रेल या ट्रेन की तरह दिखने वाली संरचना वाकई कोतूहल का विषय है। आसमान में चमकती इस तारों जैसी रोशनी की लकीर दिखने में तारों या ग्रहों की तरह दिखती है जैसे लगता हो कि 20-30 तारें रेल के डिब्बों की तरह दक्षिण से उत्तर की ओर आगे बढ़ रहें हैं। लेकिन इस चलती हुई रोशनी के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तब पता चला कि यह कोई देवीय चमत्कार नहीं बल्कि मानव निर्मित संरचना है। आइए जानते हैं कि आखिर यह सितारों की कतार का रहस्य क्या है।
क्या है स्टारलिंक-51 सैटलाइट ट्रेन Starlink-51 Satellite Train
दरअसल यह कोई रहस्यमयी वस्तु न होकर धरती से आसमान में लांच किए उपग्रहों की कतार है हम जानते हैं कि पृथ्वी से ऊंचाई पर जाने पर सूर्य की रोशनी से वहां के आबजेक्ट चमकते हुए दिखाई देते हैं।
दुनिया से सबसे अमीर शख्स एलन मस्क को कौन नहीं जानता विज्ञान तथा अंतरिक्ष में नवीन प्रयोग करने वाली कंपनी की नींव रखने वाली कंपनी के मालिक एलन मस्क
बहुत शानदार नवाचार कर रहे हैं शुरुआत में मिली असफलताओं के बाद अब इनकी कंपनी और प्रोजेक्ट लगातार सफल हो रहे हैं। वर्तमान में आसमान में दिखाई देने वाली संरचना भी इनकी कंपनी स्पेस एक्स का
स्टारलिंक-51 सैटलाइट ट्रेन (Starlink-51 Satellite Train) है जो धरती की कक्षा में बहुत कम ऊंचाई में घूम रहा है यह एक उपग्रहों की चैन है। जब यह पृथ्वी से कम ऊंचाई पर चक्कर लगाते हैं तब यह नंगी आंखों से स्पष्ट देखें जा सकतें हैं। हाल ही में एलन मस्क का स्पेसएक्स फॉल्कन 9 रॉकेट फ्लोरिडा के केप कैनरलवेल स्पेस फोर्स स्टेशन से 51 स्टारलिंक इंटरनेट सैटलाइट्स को अंतरिक्ष की कक्षा में लेकर गया था। बता दें कि मस्क की यह कंपनी आधुनिक तरीके से कम लागत और में लांचिंग का काम कर रही है। स्पेसएक्स अबतक अंतरिक्ष में 3,000 से ज्यादा स्टारलिंक सैटलाइट्स भेज चुका है। हालांकि इनकी आलोचना भी हो रही है कि बड़ी मात्रा में उपग्रहों का लांच करना पृथ्वी पर मानव जीवन के लिए खतरा भी है तो दूसरी तरफ अंतरिक्ष में कचरा बढ़ रहा है जो भविष्य में हानिकारक साबित होगा।
इन चलती हुई प्रकाश पुंजो की कतार के बारे में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने इसे स्टार लिंक सेटेलाइट का समूह बताया था। स्टार लिंक दुनिया का सबसे बड़ा सेटेलाइट है। यह पृथ्वी की सबसे निचली कक्षा में घूमते हुए हाई स्पीड और लो एलएनसी इंटरनेट सुविधा प्रदान करता है।
एरीज के वैज्ञानिकों के मुताबिक स्टारलिंक धरती की सतह से लगभग 550 मीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाकर इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराता है । यह रात के समय चमकते तारों के समूह की तरह दिखाई देता है।
स्टारलिंक कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया भर के यूजर्स को हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सेस प्रदान करना है, और इसकी गहरी-अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करना है। यह सेवा उन ग्रामीण या दूरदराज के क्षेत्रों के यूजर्स के लिए लक्षित है जिनके पास बहुत कम या कोई कनेक्टिविटी नहीं है।
न्युज चैनल्स की खबरों के मुताबिक स्पेस X ने अपने इस मिशन के लिए फाल्कन 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया हैं 51 स्टारलिंक उपग्रहों और स्पेसफ्लाइट के शेरपा-एलटीसी को अमेरिका के फ्लोरिडा में केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन के स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 40 (एसएलसी-40) से लॉन्च किया है। SpaceX ने अपने एक ट्वीट में जिक्र किया है कि , उनकी कंपनी ने '51 स्टारलिंक सैटेलाइट स्थापित कर दिए हैं। यह इस साल का 40वां मिशन था जो सफल रहा है। स्पेसफ्लाइट शेरपा-एलटीसी की तैनाती कर दी गई है। बता दें कि स्पेस एक्स बड़ी मात्रा में आए दिन उपग्रह लांच कर रही है। स्पेस X आधुनिक युग में अंतरिक्ष से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों एवं उपग्रहों के मामलों में राकेटों की उड़ान और लांचिंग में बहुत अग्रणी कार्यों को अंजाम दे रही है।
Good information sir 🙏👍
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