ग्रीन टी का उपयोग फिट रहने के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है हालांकि ग्रीन टी इतनी स्वादिष्ट नहीं होती है लेकिन इसके फायदे बहुत है ग्रीन टी को केवल पानी में उबालकर बिना कुछ मिलाकर सेवन करना लाभकारी माना जाता है। भारत और चीन के लोग ग्रीन टी का सेवन स्वास्थ्य लाभों के कारण पुराने समय से करते हैं। ग्रीन टी को कैमेलिया सीनेन्सिस पत्तियों से बनाया जाता है, जो विघटन और ऑक्सीकरण की प्रक्रिया से गुजरती है। ग्रीन टी कई प्रकार की होती है जो उनके पैदावार, ग्रोइंग कंडीशंस, उत्पादन की प्रक्रिया और फसल के समय के आधार के अनुसार होती हैं।ग्रीन टी में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के कई पहलुओं में सुधार करते हैं।
ग्रीन टी का सेवन कब करना चाहिए
ग्रीन टी को भोजन से 2-3 घंटे पहले पीना चाहिए।
खाना खाने के बाद तथा बिल्कुल खाली पेट ग्रीन टी का सेवन नहीं करना चाहिए । ग्रीन टी का स्वाद अच्छा नहीं होता फिर भी स्वाद के लिए ग्रीन टी में दूध और चीनी न मिलायें।
ग्रीन टी बनाने की विधि
ग्रीन टी बनाना बहुत ही आसान है क्योंकि ग्रीन टी के लिए केवल उबले हुए पानी की जरूरत होती है। आइए बात करते हैं ग्रीन टी तैयार करने की आसान विधि के बारे में।
बाजार में ग्रीन टी विभिन्न रूपों में मिलती है लेकिन बात करते हैं लिपटान पैकेट में आने वाली पाउच ग्रीन टी के बारे में इस पैकेट में एक पाउच होता है जिसके पीछे एक धागा बंधा होता है। इसे बनाने के लिए चार-पांच कप पानी को उबालकर उसमें इस पाउच को दो मिनट तक डुबाकर रखें दो मिनट के बाद आपकी ग्रीन टी तैयार हो जाती है। स्वाद के लालस में चीनी या दूध नहीं डालना है अगर आपको इसका स्वाद बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है तो थोडा शहद मिलाकर पी लिजिए , जिससे ग्रीन टी के स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
शरीर को हेल्दी रखने में ग्रीन टी है बेहद खास
ग्रीन टी में मौजूद EGCG (ईजीसीजी) सबसे शक्तिशाली यौगिकों में से एक है जो हमारे शरीर में कई बीमारियो से बचाव करता है। इसलिए कभी-कभी डॉक्टर भी ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। हालांकि ग्रीन टी के फायदों के साथ साथ कुछ नुकसान भी हैं जो इसके अनियमित सेवन या किसी बिमारी में सेवन करने से होते हैं।
ग्रीन टी में उपस्थित पोषक तत्व
ग्रीन टी में निम्न पोषक तत्व होते हैं
•फ्लेवोनोल
•कैचिन (एक प्रकार का पॉलीफेनॉल)
Epicatechin
Epigallocatechin
Gallocatechin
Gallate Derivatives
•EGCG, या एपिगालोकेटचिन -3-गैलेट
•क्वेरसेटिन (Quercetin)
•लिनोलिक एसिड
•एजिनेनिन (Aginenin)
•मेथिलक्सैंथिन (कैफीन, थीओप्लाइन, और थियोब्रोमाइन)
•एमिनो एसिड और एंजाइम (लगभग 20 प्रतिशत पत्तियां प्रोटीन द्वारा ली जाती हैं)
•कार्बोहाइड्रेट (सेलूलोज़, पेक्टिन, ग्लूकोज, सुक्रोज, और फ्रक्टोज़)
•मैग्नीशियम,
•कैल्शियम,
•मैंगनीज,
•लौह,
•क्रोमियम,
•तांबा,
•जस्ता जैसे खनिजों की ट्रेस मात्रा
•कैरोटीनोइड की ट्रेस मात्रा
ग्रीन टी सेवन करने के फायदे
ग्रीन टी आज हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी बन चुकी है। यह विभिन्न लाभ प्रदान करती है, जिनमे से कुछ कुछ बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जैसे- यह हृदय का स्वास्थ्य बनाये रखती है, वजन घटाने में मदद करती है, और कैंसर और मधुमेह (डायबिटीज) जैसी घातक बीमारियों की रोकथाम में भी मदद करती है।
1.कैंसर से बचाव में ग्रीन टी के आश्चर्यजनक फायदे
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार, ग्रीन टी में पॉलीफेनॉल होता है जो ट्यूमर वृद्धि को कम करने में मदद करता हैं और पराबैंगनी UV विकिरण के कारण होने वाली क्षति के खिलाफ सुरक्षा भी करता है। हालांकि पूर्ण रूप से तो नहीं कहा जा सकता लेकिन कुछ कारकों के कारण ग्रीन टी कैंसर जैसे भयानक रोगों में शरीर को फायदा पहुंचाती है। इसलिए यह बात सुनने में आती है जिसमें कुछ शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि स्तन कैंसर,मूत्राशय का कैंसर,ओवेरियन कैंसर,कोलोरेक्टल (आंत्र) कैंसर, एसोफेजियल (गले का कैंसर),फेफड़ों का कैंसर,प्रोस्टेट कैंसर,त्वचा का कैंसर और पेट के कैंसर में ग्रीन टी के सकारात्मक प्रभाव भी मिले हैं।
2. हृदय या दिल को फिट रखने में ग्रीन टी है मददगार
हम जानते हैं कि ग्रीन टी हमारे शरीर में केलोस्ट्रोल की मात्रा को कम करके वज़न कम करने में मदद करती है जिससे ह्रदय से जुड़ी विभिन्न बिमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके साथ साथ ग्रीन टी कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और इसके सभी कारणों को कम करने से जुड़ी होती है।
3. ग्रीन टी के फायदे कोलेस्ट्रॉल कम करने में
ग्रीन टी का नियमित सेवन करने से कुल LDL और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बहुत मदद मिलती है।
4. वजन कम करने में रामबाण ग्रीन टी
ग्रीन टी अधिक वजन और मोटापे से ग्रस्त लोगों में वजन घटाने में सहायक है।
5. टाइप 2 डायबिटीज में ग्रीन टी का सेवन लाभदायक
अध्ययनों से पता चलता है कि ग्रीन टी इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार कर सकती है और ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकती है। जिससे डाइबिटीज वाले रोगियों को इस पेय से फायदा मिलता है।
7. ग्रीन टी के अन्य महत्वपूर्ण फायदे
अनेक अध्ययनों के अनुसार ग्रीन टी त्वचा विकारों जैसे सोरायसिस और डैंड्रफ के लिए एक नए उपचार के रूप में साबित हो सकती है । ग्रीन टी हमारी याददाश्त के लिए बहुत उपयोगी है। इसके अलावा ग्रीन टी, डेंटल कैविटी, तनाव , पुरानी थकान , त्वचा की परिस्थितियों का इलाज, और सूजन को कम करने में मददगार है। ग्रीन टी में उपस्थित केचिन हमारी इम्युनिटी को बढ़ाने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह ऑक्सीडेंट्स और रेडिकल के खिलाफ सुरक्षा करती है, जिससे इम्युनिटी में वृद्धि होती है। ग्रीन टी में EGCG यौगिक पाया जाता है जिसमें रेगुलेटरी T सेल्स की संख्या में वृद्धि करने की क्षमता होती है – और ये इम्युनिटी में सुधार करने और ऑटोम्यून्यून रोगों के ख़तरे को कम करते हैं।
ग्रीन-टी पीने के नुक़सान
ग्रीन टी के बहुत फायदे भी हैं लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव भी हो सकतें हैं जब आप इसका अनियमितता तथा डाक्टर की सलाह के विरुद्ध जाकर सेवन करते हैं। ग्रीन टी के नुकसान तब होते हैं जब आप पहले से किसी ऐसी बिमारी से ग्रस्त हैं जिस पर ग्रीन टी बुरा असर डालती है।
1. हो सकता है पेट ख़राब
ग्रीन-टी खाली पेट नहीं पीनी चाहिए। अगर इसे खाली पेट पी लिया जाए, तो इससे पेट में दर्द, मतली आना या कब्ज़ हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रीन-टी में टैनिन होता है, जो पेट के एसिड को बढ़ाता है।
2.पेप्टिक अल्सर और एसिड रिफलक्स की समस्या
ग्रीन टी में मौजूद टैनिन पेट में एसिड को बढ़ा देता है जिससे पेट दर्द, जी मतली या कब्ज हो सकती है। इसलिए खाली पेट ग्रीन टी नहीं पीनी चाहिए। खाने के बाद या खाने के बीच में ग्रीन टी पी सकते हैं। पेप्टिक अल्सर या एसिड रिफलक्स से ग्रस्त लोगों के लिए ग्रीन टी सहीं नहीं है।
3. शरीर में हो सकती है पानी की कमी
ग्रीन-टी में मूत्रवर्धक गुण होते हैं जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए, ज़्यादा ग्रीन-टी पीने से अत्यधिक मूत्रत्याग और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।
Disclaimer: इस लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Green tea very healthy
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