नहीं तो सर हमको कलेक्टर बना दो
आज सोशल मीडिया समाज और प्रशासन सहित व्यक्ति के जीवन में विभिन्न पक्षों के बीच महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल आपकी आवाज या मुद्दा कब मजबूत बन जाए इसकी कल्पना नहीं की जा सकती। हाल ही में एक आदिवासी छात्रा का प्रदर्शन करते हुए एक विडियो वायरल हो गया जिसमें वह अपने ही अंदाज में बात रख रही है। इस विडियो को सोशल मीडिया पर बहुत पसंद किया गया।
सोशल मीडिया एक विडियो जिसमें उसके साथ अन्य छात्राएं प्रदर्शन करती दिख रही हैं। बैरिकेट के पास खड़ी छात्रा निर्मला कह रही है,
नहीं तो सर हमको कलेक्टर बना दो…हम बनने के लिए तैयार हैं। सबकी मांगें पूरी कर देंगे सर। आप कर नहीं पाते तो…किसके लिए बनी है सरकार। जैसे कि हम भीख मांगने के लिए यहां आए हैं…हमारे गरीब के लिए तो कुछ व्यवस्था करो सर। हम इतनी दूर से आते हैं आदिवासी लोग…पैसे कितने किराया देकर आते हैं।
वीडियो में कुछ लोग एनएसयूआई का झंडा भी लिए हुए हैं। मध्य प्रदेश के झाबुआ की घटना है जिसमें आदिवासी लड़की निर्मला आदिवासियों के हक में हो रहे प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर के सामने अपनी मांग को बुलंद आवाज में रख रही है। लड़की के वीडियो को देखने के बाद लोग उसके जज्बे की खूब तारीफ कर रहे हैं।
आदिवासी लड़की निर्मला को नहीं बनाया जा रहा दो दिन का कलेक्टर, भ्रामक दावा वायरल
इसके साथ में दावा किया जा रहा है कि आदिवासी लड़की निर्मला को दो दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया। हालांकि यह दावा भ्रामक है कि निर्मला को दो दिन कलेक्टर बनाया गया। उसको दो दिन के लिए कलेक्टर बनाने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। सोशल मीडिया पर कलेक्टर बनाने के विडियो भी वायरल हो रहे हैं जो न्युज चैनलों के अनुसार भ्रामक है। लेकिन निर्मला की बुलंद आवाज़ और बात रखने का विशेष तरीका लोगों को खूब रास आया। इसलिए लोग इस लड़की की तारीफ करते नज़र आ रहे हैं।
कौन है आदिवासी लड़की निर्मला?
अपनी दमदार आवाज व अपील की वजह से एक आदिवासी लड़की चर्चित हो गयी। 18 वर्षीया छात्रा निर्मला आलीराजपुर जिले के खंडाला खुशाल गांव की रहने वाली हैं निर्मला शासकीय गर्ल्स कॉलेज में BA फर्स्ट ईयर की छात्रा है। उसका कहना है कि लोगों को अपने अधिकारों के लिए खुद ही लड़ना होगा।
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