Mashroom khumbhi kumbi Vegetable Benifit Recipe |
मशरूम खुम्भी कुम्भी Mashroom khumbhi
मशरूम Mushroom सब्जी की तरह खाने में काम लिया जाता है। इसे राजस्थान में कुंभी खुम्भी या कुम्भी Kumbhi कुकुरमुत्ता Kukarmuta भी कहा जाता है। आज-कल मशरूम की खेती भी होने लगी है। मशरूम के बीज को स्पान कहतें हैं। खुम्बी का बीज या स्पान से ही इसकी खेती होती है। भारत में भी मशरूम की खेती की जाती है उत्तरी भारत में सफेद मशरुम की मौसमी खेती करने के लिए अक्तूबर से मार्च तक का समय उपयुक्त माना जाता है। इस दौरान मशरूम की दो फसलें ली जा सकती हैं। बटन मशरूम की खेती के लिए अनुकूल तापमान 15-22 डिग्री सेंटीग्रेट एवं सापेक्षित आद्रता 80-90 प्रतिशत अच्छी मानी जाती है। लेकिन मरूस्थल में बरसात में निकलने वाले देशी मशरूम स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। मशरूम कवक या फंजाई की श्रेणी में आते हैं इसलिए इनकी भी कई प्रजातियां होती है कुछ सड़ी गली वस्तुओं पर उगते हैं तो कुछ मिट्टी में कुछ प्रजातियां जहरीली भी होती है,छतरी या चपटी टोपी वाले मशरूम जहरीले होते हैं इन्हें खाने से स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। मशरूम या खुम्भी की प्राकृतिक बनावट की बात करें तो यह कुकुरमुत्ता (mushroom या toadstool) कवक से बने मांसल, बीजाणु-युक्त फलने वाला पिण्ड होते हैं जो बारिश के मौसम में ये अपने आप उग आते है। यह एक प्रकार की फंगी Fungi यानि कवक है। भले ही यह कवक है इसमें पर्णहरित नहीं है लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है बरसात के समय में राजस्थान के पश्चिमी मरूस्थल में यह बहुत निकलती है। स्थानीय लोग इसकी सब्जी बड़े चाव से बनाकर खाते हैं तथा इनको धोकर साफ करके काटकर सुखा देते हैं इस प्रकार सुखी कुम्भियों की सब्जी भी बहुत शानदार बनती है। सुखे मशरूम या खुम्भियां बाजार में भी मिलती है। इन कुम्भियों या मशरूम का पाउडर या आटा भी लाभदायक होता है जोड़ों के दर्द और हड्डियों के लिए मशरूम का पाउडर बहुत लाभदायक होता है।
मशरूम को कम कैलोरी वाली सब्जी माना जाता है, इसे वजन कंट्रोल करने वाली डायट में शामिल किया जा सकता है। मशरूम एक तरह का फफुंद होता है जो बीजाणु पैदा करते हैं और ये हवा से फैलते हैं बारिश के मौसम में यह खुद ही अपने आप उगने लगते है। मशरूम से कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं जो अन्य फल या सब्जियों में नहीं पाए जाते, जैसे विटामिन डी , जर्मेनियम , सेलेनियम आदि। मशरूम कई प्रकार के रंग , आकार और गुण वाले भी होंते हैं , सभी मशरूम Mushroom या खुम्भियां खाने योग्य नहीं होती है। कुछ प्रजाति जहरीली होती है सावधानी तथा पहचान के बिना किसी भी मशरूम या कुकुरमुत्ते का उपयोग नहीं करना चाहिए खाने योग्य मशरूम की सब्जी बनाकर खाएं।
मशरूम या खुम्भी के सेवन के फायदे Mushroom Khane ke Fayde khumbhi ke fayde hindi me
मशरूम प्रकृति का उपहार है जिसकी कुछ किस्मों को खाने योग्य माना जाता है। खुम्भी या मशरूम की सब्जी तो स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है ही साथ ही मशरूम का पाउडर भी किसी औषधि से कम नहीं है। सुखने के बाद कुंभी का पाउडर भी बेशकीमती माना जाता है जो हड्डियों तथा जोड़ों के दर्द के लिए उपयोगी माना जाता है। मशरूम का पाउडर ह्रदय के लिए फायदेमंद माना जाता है तथा इसमें मौजूद फाइबर, पोटेशियम, विटामिन C आदि हमारे शरीर की सुरक्षा तथा ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
वैसे मशरूम या खुम्भी की तासीर ठंडी होती है जो शरीर में गर्मी से राहत देती है।
विटामिन डी का स्त्रोत मशरूम
विटामिन डी हमारे शरीर के लिए आवश्यक है यह विटामिन हमारी त्वचा सूर्य के प्रकाश की मौजूदगी में बनाती है जो लोग सूर्य के प्रकाश से वंचित रहते हैं उनके लिए मशरूम की सब्जी लाभदायक होती है। विटामिन डी के सेवन से हड्डियां मजूबत होती है।नियमित तौर पर मशरूम का सेवन करने से हमारी जरूरत का 20 प्रतिशत विटामिन डी मिल जाता है। क्योंकि मशरूम विटामिन डी का अच्छा स्रोत है।
सेलेनियम से भरपूर मशरूम
सेलेनियम तत्व हमारे शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। यह फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से सुरक्षा प्रदान करता है। इससे प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है। मशरूम में सेलेनियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसलिए मशरूम का सेवन हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने में लाभदायक माना जाता है।
वजन कंट्रोल करने में मददगार Vajan ghatane me Faydemand Mashroom
मशरूम में बहुत कम कैलोरी होती हैं। मशरूम को खाने के बाद काफी देर तक भूख नहीं लगती है इसलिए मशरूम वजन नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है। कम कैलोरी तथा विभिन्न आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा के कारण मशरूम शरीर की आवश्यकता अनुसार पोषण की पूर्ति करता है।
कुपोषण से महफूज रखें मशरूम के औषधीय गुण Kuposhan me Mashroom ke Fayde
मशरूम गर्भावस्था, बाल्यावस्था, युवावस्था तथा वृद्धावस्था तक सभी चरणों में उपयोगी माना जाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन, विटामिन, खनिज, वसा तथा कारबोहाइड्रेट बाल्यावस्था से युवावस्था तक कुपोषण से बचाते हैं। इसलिए डॉक्टर भी इसे खाने की सलाह देते हैं।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है Rog Pratirodhak kshamta ko kre Majboot
मशरूम में विभिन्न तरीके के एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं सेलेनियम, विटामिन डी आदि हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करते हैं।
मशरूम में मौजूद तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाते हैं जिससे हमें अचानक सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियां नहीं होती हैं और शरीर स्वस्थ रहता है।
विभिन्न प्रकार के कैंसर से बचाएं मशरूम या खुम्भी
Cancer se Bachaye Mashroom ya kumbhi.
माना जाता है कि मशरूम का सेवन करने से प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर से बचाव करने में मददगार होते है। मशरूम में मौजूद बीटा ग्लाइसीन और लिनॉलिक एसिड होते हैं। मशरूम में मौजूद तत्व कैंसर के प्रभाव को करने में मदद करते हैं। मशरूम में काइटिन, लाइसिन और प्रोटीन की उपस्थिति मानव शरीर में ट्यूमर बनाने से रोकती है। साथ ही इसमें लगभग 22-35% प्रोटीन पाया जाता है। जो पौधे से प्राप्त प्रोटीन से कही अधिक होता है।
बालों और स्किन के लिए फायदेमंद Balon ke liye Mashroom Faydemand
मशरूम को बालों और स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। माना जाता है कि मशरूम में भरपूर पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जिनमें कुछ बालो की मजबूती के लिए कारगर होते हैं।
मशरूम के नुकसान - Mushroom ke Nuksan in Hindi
मशरूम के फायदे तो अनेक है लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं, कुछ मामलों में इसका सेवन सावधानी से किया जाना चाहिए। मशरूम को आवश्यक से अधिक खाने से बचना चाहिए। क्योंकि इस उत्पाद के अधिक सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी होने की संभावना होती है। गर्भावस्था तथा अन्य शारीरिक समस्याओं में इसका सेवन डाक्टर की सलाह अनुसार करना चाहिए। कुछ मशरूम की प्रजातियां जहरीली होती हैं तथा कुछ कच्ची मशरूम खाने पर एलर्जी समेत अस्थिमा जैसी कई बीमारियों को उत्पन्न हो सकती है।
कुम्भी या मशरूम की सब्जी की रेसिपी Mashroom ki Sabji ki Resipi
राजस्थान के पश्चिमी मरूस्थल में उगने वाले देशी मशरूम या कुम्भियां खाने में बहुत स्वादिष्ट और पोष्टिक मानी जाती है। आइए खुम्भी या मशरूम की सब्जी या साग बनाने की आसान विधि या रेसिपी।सबसे पहले कुम्भियों को साफ पानी से धोकर काटकर लेना चाहिए।
मशरूम या खुम्भी की सब्जी बनाने की आवश्यक सामग्री
कटी हुई मशरूम
लहसुन
टमाटर
मटर
हरी मिर्च
तेल
धनिया पाउडर
लाल मिर्ची
हल्दी पाउडर
हरा धनिया
नामक
गरम मसाला आदि आवश्यक सामग्री
खुम्भी बनाने के अलग-अलग तरीके हैं तथा यह विभिन्न तरीकों तथा विभिन्न सब्जियों और मसालों के साथ बनाई जा सकती है जिसमें शाही मशरूम,मटर मशरूम, ग्रेवी मशरूम आदि प्रकार से बनाया जा सकता है तथा स्वादानुसार इसके साथ अनेक मिर्च मसालों का प्रयोग किया जा सकता है। लेकिन हम यहां राजस्थान की देशी खुम्भी की साधारण और स्वादिष्ट सब्जी बनाने की विधि सीखते हैं। यह सब्जी साधारण और सुपाच्य होती है यहां हम अधिक मात्रा में जायेकेदार चीजों का प्रयोग नहीं करेंगे क्योंकि देसी खुम्भी के असली पोषक तत्वों का लाभ मिल सके। सबसे पहले एक कड़ाही में तेल गरम करके इसमें लहसुन तथा राई व हींग डालकर तेल को पकने तक इंतजार करते हैं इसके बाद तेल में प्याज व हरी मिर्ची डाल कर पका लेंगे । इसके बाद मिर्ची, हल्दी, धनिया मसाला, नमक तथा आवश्यक मसालों का पेस्ट बनाकर तेल में पकायेंगे। मसाले का घोल तथा मिर्ची के पक जाने के बाद कटा हुआ मशरूम डालकर मसालें की ग्रेवी में पाकायेगे फिर गर्म पानी डालकर मशरूम की सब्जी को पकने तक इंतजार करेंगे इस प्रकार हमारी स्वादिष्ट खुम्भी की सब्जी तैयार हो जाएगी।
मटर मशरूम मसाला सब्जी की रेसिपी
मटर मशरूम मसाला सब्जी बनाने के लिए इसकी विधि अलग है इस प्रकार की सब्जी मे सबसे पहले प्याज को तलना पड़ता है। प्याज तलने के बाद काजू को भूरा होने तक भून लें काजू, प्याज और दही का पेस्ट तैयार कर लें।अब कड़ाही में तेल गर्म करें और इसमें साबुत मसाले डालकर इन्हें दो मिनट तक भून लें।फिर लहसुन-अदरक पेस्ट डालकर 2 मिनट भून लें।इसमें लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालकर एक मिनट तक पका लें। इसके बाद फिर इसमें तला हुआ पेस्ट डालें, 10 मिनट तक पकाएं और उसके बाद कसूरी मेथी, मटर और मशरूम डाल दें। इसे आप पांच मिनट तक पकाए लेें इसके बाद इसमें गरम मसाला तथा हरा धनिया डाल दें और इसे अच्छी तरह मिला दें। इस प्रकार हमारी मटर मशरूम मसाला सब्जी तैयार है।
शाही एवं मटर मशरूम की सब्जी रेसिपी |
शाही मशरूम बनाने की विधि रेसिपी
आवश्यक सामग्री
मशरूम,प्याज,टमाटर,अदरक बारीक कटा हुआ,हरी मिर्च ,नमक,लाल मिर्च,गरम मसाला,मलाई,काजू का पेस्ट, देसी घी,तेल,हरा धनिया,मटर,कसूरी मेथी स्वादानुसार इसमें इलायची, किशमिश,राई,हींग आदि मिर्च मसालों तथा मेवों का प्रयोग कर सकते हैं।
शाही मशरूम बनाने की विधि
सबसे पहले मशरुम को साफ पानी में धो लेना है फिर इसको बड़े टुकड़ों में काट लेना है,अब प्याज, टमाटर और हरी मिर्च को महीन काटकर रख लें।अब कड़ाही में घी या तेल गरम करें, जब यह घी या तेल गरम हो जाए तो उसमें प्याज डालकर हल्का हल्का लाल होने तक पकाएं प्याज पकने के बाद पैन या कड़ाही में टमाटर, अदरक और हरी मिर्च भी डाल दें। जब टमाटर भी अच्छी तरह भुन जाए तो इसे आग से उतारकर थोड़ा ठंडा होने दें। इस मिश्रण को मिक्सी में बारीक पीस लें।अब कड़ाही में तेल डालकर इसमें नमक, लाल मिर्च, गरम मसाला, काजू का पेस्ट डाल दें और मटर डालकर थोड़ी देर तक भून लें । मटर जब पक जाएं उसमें टमाटर और प्याज़ का पेस्ट डालकर धीमी आंच पर थोड़ी देर के लिए पकने दें। जब पेस्ट से तेल अलग होने लगे तब इसमें मशरूम डालकर अच्छी तरह से मिलाएं ब थोड़ा पानी डालकर धीमी आंच में पकने दें। पांच मिनट पकने के बाद इसमें मलाई डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें अब इसमें से कसूरी मेथी तथा हरे धनिया सहित सजावटी सामान डालकर शाही मशरूम का स्वादिष्ट भोजन करें।
Bahut Achi Jankari Di hain Aapne apne deshi kumbhi ke bare me dhanywad
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