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Tragedy King Dilip Kumar |
बॉलीवुड दिग्गज दिलीप कुमार एवं उनका फिल्मी करियर तथा सायरा व आसमा संग जीवन सफर
बालीवुड के महान अभिनेता दिलीप कुमार (युनूस खान) के निधन की खबर सुनकर हर कोई आहत हैं। दिलिप कुमार के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश की बड़ी बड़ी हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक व्यक्त कर रहे हैं। आइए जानते हैं उनके जन्म,फिल्मी करियर,तथा उनके बेमिसाल जीवन से जुड़े रोचक तथ्य के बारे में खास बातें।
बता दें कि दिलिप कुमार बालीवुड की जानी-मानी हस्तियों में से थे जिन्होंने दर्जनों फिल्मों में काम किया। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उन्हें भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य के रूप में चुना गया था तथा उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
नहीं रहे 'ट्रेजिडी किंग'
दिलीप कुमार ने हाल ही में मुंबई के हिन्दुजा अस्पताल मे अंतिम सांस ली । उनकी बिमारी की बात करें तो 98 साल के दिलीप कुमार लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। पिछले काफी समय से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जिसकी वजह से कई बार उन्हें अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। दिलीप कुमार को मुंबई के जुहू कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। अन्तिम विदाई में अमिताभ बच्चन सहित बालीवुड की की बड़ी बड़ी हस्तियां शामिल हुईं थीं।
दिलीप कुमार का जीवन परिचय
दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का असली नाम मोहम्मद युसूफ खान Mohmmad Yunus Khan था। उनका जन्म 11 दिसंबर 1922 को पेशावर ( पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पित का नाम लाला गुलाम सरावर खान और मां का नाम आयशा बेगम था। दिलीप कुमार ने दो शादी की थी पहली शादी सायरा बानो से की थी लेकिन संतान ना होने के कारण आसमा नाम की लड़की से दूसरी शादी की लेकिन यह रिश्ता ज्यादा नहीं टिका और तलाक हो गया। फिर दुबारा दिलीप कुमार सायरा बानो के पास लौट कर उनके साथ पूरी जिंदगी बिताई। आखिर दिलीप कुमार जी ने 7 जुलाई 2021 को अंतिम सांस ली।
फिल्मी करियर Dilip Kumar Film Career
बॉलीवुड में वे ट्रेजेडी किंग के नाम से मशहूर दिलीप कुमार ने अपनी एक्टिंग की शुरुआत 1944 में फिल्म ज्वार भाटा फिल्म से की थी। त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हें 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उनके फिल्मी करियर में परदार्पण तथा मशहूर फिल्मों की बात करें तो अंदाज (1949), आन (1952), दाग (1952), देवदास (1955), आजाद (1955), Mughal-e-Azam (1960), Gunga Jamuna (1961), Ram Aur Shyam (1967) क्रान्ति (1981)
,शक्ति (1982), मशाल (1984), करमा (1986), सौदागर (1991). किला (Qila) 1998 जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
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