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Saturday, June 20, 2020

जून का तीसरा रविवार पितृ दिवस father's day कितना खास है यह दिन पिता के लिए


Father's Day
Father's Day पितृदिवस

फादर्स डे:पिता को समर्पित एक खास दिन


फादर्स डे दुनिया भर में मनाया जाता है कि पिता और उनके बच्चों के जीवन में पिता के योगदान को पहचानने के लिए।  इस दिन को पितृत्व और पुरुष अभिभावक के लिए मनाते हैं।  हालाँकि यह दुनिया भर में कई तरह की तारीखों में मनाया जाता है, लेकिन कई देश जून में तीसरे रविवार को इस दिन को मनाते हैं।
जिस तरह मां के सम्मान में पूरी दुनिया मदर्स डे यानी मातृ दिवस मनाती है, उसी तरह पिता के सम्मान में फादर्स डे यानी पितृ दिवस मनाया जाता है। विश्व के कई देशों में अलग-अलग तारीख और दिन पर इसे मनाया जाता है। वहीं, भारत सहित कई देशों में जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है।  साल 2023 में 18 जून को Father’s Day  मनाया जा रहा है।

फादर्स डे  का इतिहास

फादर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका से हुई थी। इस दिन को मनाने की प्रेरणा साल 1909 में मदर्स डे से मिली थी। वॉशिंगटन के स्पोकेन शहर में सोनोरा डॉड ने अपने पिता की याद में इस दिन की शुरुआत की थी। साल 1909 में वॉशिंगटन के स्पोकेन के ओल्ड सेंटेनरी प्रेस्बिटेरियन चर्च में मदर्स डे पर उपदेश दिया जा रहा था, जिसके बाद डोड को लगा कि मदर्स डे की ही तरह फादर्स डे भी मनाया जाना चाहिए। संयुक्त राज्य अमेरिका में, फादर्स डे 1910 से जून में मनाया जाता है। यूनाइटेड किंगडम और अन्य देशों में मनाए जाने वाले उत्सवों को फादर्स डे के अमेरिकी रिवाज से प्रेरित माना जाता है।  यह मदर्स डे के विपरीत है, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में बहुत अलग है।
1966 में, राष्ट्रपति लिंडन  जॉनसन ने पिता के दिवस के रूप में तीसरे रविवार को नामित करते हुए, पिता को सम्मानित करते हुए पहला राष्ट्रपति उद्घोषणा जारी किया।  छह साल बाद, उस दिन को एक स्थायी राष्ट्रीय अवकाश बना दिया गया जब राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 1972 में कानून में हस्ताक्षर किए।

पिता ही परमेश्वर हैं

मां की ही तरह हमारे जीवन में पिता का महत्व बेहद खास होता है। मां हमारी जन्मदाता हैं तो पिता पालनहार। पिता भले ही ऊपर से सख्त दिखते हों ,लेकिन अंदर से अपने बच्चों के प्रति नर्म ही होते हैं। शायद इसलिए उन्हें नारियल की तरह कहा जाता है। पिता हमारा भविष्य बनाने के लिए अपने सपनों और ख्वाहिशों को भी भूल जाते हैं और सबकुछ करने को तैयार होते हैं। पिता का महत्व शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। 
इस दिन बच्चे अपने पिता और पिता की सफलताओं को स्वीकार करते हैं और उनकी सराहना करते हैं, जो उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यह भावनात्मक, मानसिक या आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।  इस दिन बच्चे एक जीवन में एक पिता की भूमिका के महत्व को समझते हैं।  यह दिन अपने स्वयं के परिवारों और समाज में बड़े पैमाने पर पिता के योगदान को स्वीकार करता है।  बच्चे अपने पिता या पिता जैसी आकृति के लिए उपहार खरीदते हैं या बनाते हैं, कार्ड लिखते हैं और दिन बिताते हैं, उन गतिविधियों में उलझे रहते हैं जो एक के पिता के साथ आनंद ले सकते हैं, यह लंबी पैदल यात्रा, मछली पकड़ने या बस कुछ टेलीविजन देखने के आसपास बैठे हैं।  भारत में विशेष रूप से, अधिकांश बच्चों का अपनी माताओं के साथ घनिष्ठ संबंध है, इसलिए यह दिन निश्चित रूप से किसी एक के पिता के साथ निकट संबंध बनाने में मदद करता है।

जीवन में सफलता के पीछे पिता का साथ जरूरी

किसी भी कामयाबी के लिए भी पिता का अहम योगदान होता है पिता परिवार का मुखिया माना जाता है पिता ही परिवार और बच्चों की ढाल और पालनकर्ता माना जाता है अपनी संतान को सफलता की ऊंचाइयों पर ले जाने में एक अच्छे पिता का होना बहुत जरूरी है बाल्यावस्था हो या किशोरावस्था एक पिता के साये में ज़िन्दगी का आनंद ही कुछ अलग होता है। वो बच्चे बहुत भाग्यशाली होते हैं जिनके साथ पिता होते हैं। कई बार कुछ के साथ दुर्भाग्य से पिता का साथ टूट जाता है तो उनकी संतान को परिवार की जिम्मेदारी के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो पिता की कमी के कारण उत्पन्न होती है खैर यह बात समय और किस्मत की लेकिन वो खुश नसीब लोग होते हैं जिनके जीवन में हर कदम पर पिता का साथ रहता है। इस जहां में पिता ही ऐसा व्यक्ति है जो चाहता है कि उसका बेटा उससे हमेशा आगे बढ़े। इसलिए पिता का जीवन में कितना महत्त्व है इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है इसलिए पिता के सम्मान और प्यार के लिए यह दिन दुनिया के सभी पिताओं को समर्पित है। वह पिता ही होता है जो दिन रात मेहनत करके, कठिन से कठिन परिश्रम करके भले ही गहरी कोयलें खानो में हो , बोझा उठाने में हो पसीने से लथपथ होकर भी अपनी संतान की हर इच्छा पूरी करते हुए कभी आह नहीं निकालते। कितनी भी परेशानी का सामना करते हुए भी अपने बेटे के लिए वो सब कुछ करते हैं वो पिता ही होते हैं। धरती पर पिता ही पालनहार और भगवान का रूप है। पिता संतान की सुरक्षा का आवरण, पिता बेटे की सकारात्मक ऊर्जा है, पिता ही बेटी की खुशी है, पिता ही परिवार के वे सब अरमान है जो किसी परिवार में और कोई पूरे नहीं कर सकता। माता और पिता ही इस दुनिया की सबसे बड़ी पवित्र भावना है अहसास है हकीकत है इसलिए संतान को हमेशा इनकी कदर करनी चाहिए जब यह बुढ़े हो जाते हैं इनको सहारे की जरूरत होती है इनको सहानुभूति की जरूरत होती है तो संतान को हरगिज इनके साथ खड़ा होकर इनकी आकांक्षा और इच्छाओं को पूरा करना संतान की अहम जिम्मेदारी होती है लेकिन आज के इस भौतिक युग में बुढ़ापे में माता पिता की सेवा को भूलकर उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करते हैं जो कि इस नवीन सभ्यता और संस्कृति में सबसे बड़ा कलंक है। बस पितृ दिवस तभी सार्थक होगा जब पिता को अपने बेटे के सहारे की जरूरत हो , सहानुभूति की जरूरत हो तब बेटा उनका सहारा बने उनके संजोए सपनों को पूरा करें। और बुढ़ापे में पिता गर्व करें की मेरा बेटा मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ है।

कुछ फादर्स डे की तारीख 

2015 Sun21 June, 2016 Sun19 June, 2017Sun18 June 2018 Sun 17 June, 2019 Sun16 June , 2020 Sun21 June,   2021 Sun 20 Jun   2022 Sun 19 june तथा  2023  को Sun,  18 june को मनाया जाएगा।

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