प्रारंभ में इस प्रणाली के चार भाग थे 1. स्पष्टता (Clearness) 2. सम्बद्धता (Association) 3. व्यवस्था (System) 4. विधि (Method) यह संशोधित रूप ही हर्बर्ट की पंचपदी के नाम से प्रसिद्ध है। ये पाँचों निम्न प्रकार है1. प्रस्तावना (Preparation) 2. प्रस्तुतीकरण (Presentation) 3. तुलना व सहयोग (Comparison and Association) 4. सामान्यीकरण (Generalization) तथा 5. प्रयोग (Application) तुलना और सहयोग के द्वारा पाठ का स्पष्टीकरण अधिक सरलता से किया जा सकता है। सामान्यीकरण के द्वारा बालक स्वयं नियम की खोज करता है। पाठ-सूत्र का स्वरूप नीचे दिया जा रहा है
1. पाठ संख्या .............
2. विद्यालय का नाम ............
3. कक्षा ......
4. दिनांक ...........
5. विषय.
6. कालांश
7. प्रकरण.....
8. पाठ शिक्षण के उद्देश्य - (अ) सामान्य उद्देश्य
(ब) विशिष्ट उद्देश्य
9. सहायक सामग्री 10. पूर्व-ज्ञान 11. प्रस्तावना 12. उद्देश्य-कथन 13. प्रस्तुतीकरण 14. श्यामपट्ट सारांश 15. बोध प्रश्न 16. पुनरावृत्ति 17. गृह-कार्य
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