Jaisalmer jodhpur Bus Fire Accident Update: जैसलमेर एसी बस में भीषण आगजनी में 20 लोगों की दुखद मौत Jagriti PathJagriti Path

JUST NOW

Jagritipath जागृतिपथ News,Education,Business,Cricket,Politics,Health,Sports,Science,Tech,WildLife,Art,living,India,World,NewsAnalysis

Wednesday, October 15, 2025

Jaisalmer jodhpur Bus Fire Accident Update: जैसलमेर एसी बस में भीषण आगजनी में 20 लोगों की दुखद मौत

Jaisalmer-bus-fire-accident
बस में आग 



राजस्थान के जैसलमेर जिले में हुआ बस आग हादसा एक दर्दनाक और दिल दहला देने वाली घटना बन गई। यह हादसा तब हुआ जब यात्रियों से भरी एक निजी बस जैसलमेर के थईयात क्षेत्र में जोधपुर जा रही थी और अचानक वायरिंग में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह धधक उठी। यात्रियों ने किसी तरह खिड़कियों और दरवाज़ों से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन कई लोग लपटों में फँस गए।

जैसलमेर बस हादसा – सड़क पर तबाही का दिल दहला देने वाला मंजर


राजस्थान के रेगिस्तानी शहर जैसलमेर में मंगलवार दोपहर ऐसा भयावह दृश्य देखने को मिला जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया। यात्रियों से भरी एक चलती हुई एसी स्लीपर बस अचानक आग के गोले में बदल गई। यह हादसा जैसलमेर–जोधपुर हाईवे पर थैयाट गांव के पास हुआ, जब बस के इंजन के पिछले हिस्से में अचानक शॉर्ट सर्किट से भयानक आग भड़क उठी। कुछ ही मिनटों में लपटों ने पूरे वाहन को निगल लिया और सड़क पर अफरा-तफरी मच गई।

करीब 20 यात्रियों की मौत इस हादसे में मौके पर ही हो गई, जिनमें 79 वर्षीय हुसैन खान भी शामिल थे, जिन्होंने जोधपुर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जलते हुए बस के अंदर से उठती चीखें राहगीरों को झकझोर रही थीं। कुछ यात्रियों ने जान बचाने के लिए चलती बस से छलांग लगा दी, लेकिन कई लोग लपटों में फँस गए और बाहर निकल नहीं पाए।

दृश्य इतना भयावह था कि सड़क पर खड़े लोगों की आंखों से आँसू निकल आए। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि बस कुछ ही मिनटों में राख के ढेर में बदल गई।

करीब 15 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें चार महिलाएँ और दो मासूम बच्चे शामिल हैं। कुछ यात्रियों के शरीर का 70 प्रतिशत तक हिस्सा जल चुका था। सभी घायलों को तत्काल जवाहर अस्पताल, जैसलमेर ले जाया गया और बाद में गंभीर रूप से घायल लोगों को जोधपुर रेफर किया गया।

स्थानीय लोगों और प्रशासन ने मिलकर राहत कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया, परंतु बस के अंदर का मंजर रोंगटे खड़े कर देने वाला था।

राज्य सरकार ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह हादसा सिर्फ एक समाचार नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी किस कदर जानलेवा साबित हो सकती है। हर बस, ट्रेन या सार्वजनिक वाहन में नियमित तकनीकी जांच और फायर सेफ्टी उपकरण होना अब केवल ज़रूरी नहीं, बल्कि अनिवार्य हो गया है।


जैसलमेर एसी बस में आग लगने के कारण 

संभवतः बस में एसी शार्ट सर्किट के कारण पिछले हिस्से में आग लग गई होगी जो बाद में सीटों के फाॅम और कपड़े के कारण जल्दी फैल गई। जिससे संकरी सीटों और बीच के रास्ते के कारण लोग आगे नहीं आ सके होंगे हालांकि यह जांच का विषय है जिसके बाद ही बताया जाएगा कि आग कैसे लगी और 20 लोग अंदर कैसे फंसे रहे?


मंत्रियों और नेताओं ने जताया दुःख दी राहत 


एसी बस में आग लगने से बीस लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी थी। घायलों का हाल जानने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने देर रात जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और डॉक्टरों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घायलों और पीड़ित परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी. खुद सीएम भजनलाल ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अस्पताल के फोटो और मैसेज पोस्ट किए। बता दें कि इस दुखद हादसे पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुःख जताया और घायलों की हर संभव मदद के निर्देश दिए। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी घटना स्थल पर पहुंच कर जायज़ा लिया।


प्रधान मंत्री कार्यालय से राहत 


प्रधानमंत्री ने राजस्थान के जैसलमेर में हुई दुर्घटना में हुई जानमाल की हानि पर शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

एक ही परिवार के पांच चिराग बुझे 


जैसलमेर बस में भीषण आग लगने से एक ही परिवार के 5 लोगों की दर्दनाक मौत सेतरावा के लवारन गांव के महेंद्र मेघवाल का पूरा परिवार हुआ खत्म,पति ,पत्नी,तीन बच्चे सब जलकर हुऐ राख, महेंद्र जैसलमेर गोला बारूद डिपो में कार्यरत था। इंद्रा कॉलोनी में किराए के मकान में रहता था।



No comments:

Post a Comment


Post Top Ad