सुनिता विलियम्स एवं बुच विल्मोर की अंतरिक्ष यात्रा स्टारलाइनर में तकनीक खामी तथा क्रू-10 ड्रैगन कैप्सूल से वापसी Jagriti PathJagriti Path

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Saturday, December 21, 2024

सुनिता विलियम्स एवं बुच विल्मोर की अंतरिक्ष यात्रा स्टारलाइनर में तकनीक खामी तथा क्रू-10 ड्रैगन कैप्सूल से वापसी

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Starliner Sunita Williams Butch Wilmore Space Station Crew-9 Dragon Capsule symbolic picture



सुनिता विलियम्स एवं बुच विल्मोर की 8 दिन की अंतरिक्ष यात्रा


सुनीता विलियम्स, एक भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, बोइंग स्टारलाइनर नामक एक अंतरिक्ष यान से अंतरिक्ष मिशन पर गई थीं। उनका मिशन केवल 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण वे और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर अंतरिक्ष स्टेशन पर फंस गए। इस प्रकार, वे कुल मिलाकर लगभग आठ महीने अंतरिक्ष में बिताएंगे, जबकि प्रारंभिक योजना केवल आठ दिनों की थी। 
इस अप्रत्याशित विस्तार के दौरान, दोनों अंतरिक्ष यात्री ISS पर वैज्ञानिक अनुसंधान, मेंटेनेंस और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं, ताकि वे सफलतापूर्वक धरती पर लौट सकें। प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स वर्तमान में नासा के चल रहे अंतरिक्ष अभियानों के हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर हैं। हालाँकि, पृथ्वी पर उसकी नियोजित वापसी को अप्रत्याशित तकनीकी चुनौतियों के कारण देरी का सामना करना पड़ा। यहाँ पूरी कहानी है:

सुनिता विलियम्स अंतरिक्ष में कैसे फंसीं:

 

बोइंग स्टारलाइनर यान में तकनीकी खराबी उनके अंतरिक्ष यान में कुछ तकनीकी समस्याएं आ गईं, जिसके कारण वे पृथ्वी पर वापस नहीं आ पाए। वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंस गए, जो पृथ्वी की कक्षा में घूम रहा है।
लंबा समय से वे कई महीनों तक अंतरिक्ष स्टेशन पर रहे।
नासा का प्रयास: नासा ने उन्हें वापस लाने के लिए कई प्रयास किए। सुनिता विलियम्स अंतरिक्ष में रहने के दौरान कई चुनौतियों का सामना कर रही हैं, लेकिन वह और उनके साथी बुच विल्मोर इन चुनौतियों का सामना करते हुए जीवन जी रहे हैं। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर जून 2024 से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर हैं। उनकी वापसी में देरी का मुख्य कारण उनके स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याएं थीं, जिसके चलते यह यान बिना यात्रियों के ही धरती पर लौट आया था। 


कैसा है उनका अंतरिक्ष में जीवन


वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में रह रहे हैं, जो एक बड़े घर के आकार का एक संरचना है। इसमें कई बेडरूम, एक किचन, एक बाथरूम और एक जिम भी है।
उन्हें खाने के लिए डिहाइड्रेटेड भोजन दिया जाता है, जिसे पानी मिलाकर खाया जाता है। वे पानी को रीसाइकल करके पीते हैं। अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता है, इसलिए उन्हें सोने के लिए विशेष बैग का उपयोग करना होता है मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत रखने के लिए उन्हें नियमित रूप से व्यायाम करना होता है। वे धरती पर अपने परिवार और दोस्तों से नियमित रूप से वीडियो कॉल के माध्यम से बात करते हैं। गुरुत्वाकर्षण का अभाव: गुरुत्वाकर्षण के अभाव में चलना, खड़े होना और अन्य सामान्य गतिविधियां करना मुश्किल होता है। अंतरिक्ष में विकिरण का स्तर धरती की तुलना में अधिक होता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक एक सीमित जगह में रहने से मनोवैज्ञानिक दबाव बढ़ सकता है।

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी की कोशिशें नासा और स्पेस X



नासा ने घोषणा की है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर फरवरी 2025 में स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापस आएंगे। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर दोनों अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं।वे अंतरिक्ष स्टेशन पर कई वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं। नासा उनके स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहा है।
सुनिता विलियम्स अंतरिक्ष में रहने के दौरान कई चुनौतियों का सामना कर रही हैं, लेकिन वह और उनके साथी इन चुनौतियों का सामना करते हुए जीवन जी रहे हैं। वे एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक मिशन पर हैं और उनके काम से हमें अंतरिक्ष के बारे में अधिक जानने में मदद मिलेगी। नासा ने उनकी सुरक्षित वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू-9 ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग करने का निर्णय लिया था। यह कैप्सूल ISS पर पहुंच चुका लेकिन यह भी मिशन उनकी वापसी करवाने में सक्षम नहीं हो पाया। नासा के अनुसार, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी फरवरी 2025 में निर्धारित है। 

सुनिता विलियम्स की वापसी की प्रारंभिक मिशन योजना



मिशन शुरू होने के कुछ ही समय बाद, स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान के साथ तकनीकी समस्याओं का पता चला था।
इन समस्याओं ने स्टारलाइनर का उपयोग करके अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने की सुरक्षा के बारे में चिंताएँ बढ़ा दीं थी। नतीजतन, नासा ने मुद्दों का निदान करने और उन्हें ठीक करने के लिए अंतरिक्ष यान को बिना चालक दल के पृथ्वी पर लौटाने का फैसला किया था । जिससे अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पर लंबे समय तक रहना पड़ा।

समाधान: स्पेसएक्स क्रू-9 ड्रैगन कैप्सूल


नासा ने स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग करने का निर्णय लिया, जिसके पास सुरक्षित क्रू मिशनों का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी की तैयारी के लिए क्रू ड्रैगन कैप्सूल 2024 के अंत में आईएसएस पहुंचा।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अब फरवरी 2025 में पृथ्वी पर लौटने वाले थे। लेकिन अभी भी इस मिशन में देरी हो सकती है। हालाँकि देरी अप्रत्याशित थी, इसने अंतरिक्ष यात्रियों को चल रहे आईएसएस अभियानों में बहुमूल्य योगदान देने की अनुमति दी। यह स्थिति अंतरिक्ष अन्वेषण की जटिलताओं और अंतरिक्ष यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बैकअप योजनाओं के महत्व पर प्रकाश डालती है।

तो, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में क्या कर रहे हैं?


30 नवंबर को विलियम्स ने जब अंतरिक्ष में अपना 500वां दिन पूरा किया। यह अपने आप में नया कीर्तिमान था।विलियम्स वर्तमान में नासा के अभियान 72 के कमांडर हैं, जबकि विल्मोर उसी के लिए एक फ्लाइट इंजीनियर हैं। वर्तमान में उन्हें अनुसंधान और डेटा एकत्र करने के लिए कई प्रयोग करने का काम सौंपा गया है। एकत्र किए गए शोध नमूने पृथ्वी पर विश्लेषण के लिए स्पेसएक्स के ड्रैगन कार्गो कैप्सूल पर वापस भेजे जाएंगे। इस विस्तारित मिशन के दौरान सुनीता विलियम्स का लचीलापन और अनुकूलनशीलता एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में उनके असाधारण कौशल को प्रदर्शित करती है। उनकी सुरक्षित वापसी का बेसब्री से इंतजार है, जो उनके उल्लेखनीय करियर में एक और मील का पत्थर है।


क्यों हुई ड्रैगन कैप्सूल के लॉन्च में देरी?


सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लाने से पहले नई क्रू के पहले सेट को लॉन्च करने की जरूरत है और अगले मिशन को एक और महीना आगे बढ़ा दिया गया है।
नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा, एक नए स्पेसक्राफ्ट को बनाने, असेंबल करने, टेस्टिंग और फाइनल इंटिग्रेशन में काफी समय लगता है जिस पर विस्तार से ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।
इससे पहले बता दें कि सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए नासा ने पहले बोइंग स्टारलाइनर यान का उपयोग करने की योजना बनाई थी। हालांकि, इस यान में तकनीकी खामियां पाई गईं, जिसके कारण इसे बिना यात्रियों के ही वापस धरती पर भेज दिया गया।

बोइंग स्टारलाइनर और प्रयास 


जून 2024 में सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचाने और वापस लाने के लिए स्टारलाइनर का उपयोग किया गया था। यह यान एक नई पीढ़ी का क्रू वाहन है, जिसे नासा और बोइंग ने मिलकर विकसित किया है। हालांकि, ISS पर पहुंचने के बाद इस यान में तकनीकी खामियां मिलीं, जिससे यात्रियों को इससे वापस लाना सुरक्षित नहीं माना गया।
यान को खाली (बिना यात्रियों के) वापस धरती पर भेज दिया गया ताकि उसमें सुधार किया जा सके।



नया यान: ‌ क्रू-9 ड्रैगन कैप्सूल अंतरिक्ष स्टेशन पर किया डॉक


नासा ने फिर स्पेसएक्स के क्रू-9 ड्रैगन कैप्सूल को उपयोग करने का फैसला किया था। यह यान सफलतापूर्वक ISS पर पहुंच गया है और सुनीता विलियम्स और उनके साथी को सुरक्षित वापस लाने का प्रयास कर रहा है। क्रू ड्रैगन को इससे पहले भी कई बार मानव मिशनों के लिए सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है, और इसकी विश्वसनीयता सिद्ध हो चुकी है। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर डॉक किया हुआ है। यह कैप्सूल नासा के क्रू-9 मिशन के तहत सितंबर 2024 में लॉन्च किया गया था, जिसमें नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर गोरबुनोव शामिल थे।

अब नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन से होगी वापसी 



सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की वापसी के लिए नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन की योजना बनाई है। यह मिशन अब मार्च 2025 के अंत तक लॉन्च होने की उम्मीद है, जिसमें नया दल विलियम्स और विल्मोर को प्रतिस्थापित करेगा। 
इस देरी का मुख्य कारण नए क्रू ड्रैगन कैप्सूल का निर्माण, संयोजन, परीक्षण और अंतिम एकीकरण है, जिसमें विवरण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। स्पेसएक्स की टीम इस नए कैप्सूल की तैयारी में जुटी है, जो जनवरी 2025 की शुरुआत में फ्लोरिडा में कंपनी की प्रोसेसिंग सुविधा में पहुंचने की उम्मीद है। 
इस प्रकार, स्पेसएक्स का वर्तमान क्रू ड्रैगन कैप्सूल ISS पर मौजूद है, और अगला कैप्सूल मार्च 2025 के अंत में लॉन्च होने की योजना के साथ तैयार किया जा रहा है, ताकि सुनीता विलियम्स और उनके साथी की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके। स्पेसएक्स के क्रू-9 ड्रैगन कैप्सूल में कोई बड़ी तकनीकी समस्या नहीं है। हालांकि, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी में देरी हुई है, जिसका मुख्य कारण बोइंग स्टारलाइनर यान में तकनीकी खामियां थीं। इन खामियों के चलते स्टारलाइनर को बिना यात्रियों के पृथ्वी पर वापस लाया गया, और उनकी वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल का उपयोग करने का निर्णय लिया गया। 
क्रू-9 मिशन के तहत, स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंच चुका है। हालांकि, कुछ तकनीकी मुद्दों और तूफान हेलेन के खतरों के कारण, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी में देरी हुई है। अब, उनकी वापसी के लिए क्रू-10 मिशन की योजना बनाई गई है, जो मार्च 2025 के अंत तक लॉन्च होने की उम्मीद है। 
क्रू-10 मिशन को नासा और स्पेसएक्स ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर क्रू में बदलाव के लिए बनाया। यह मिशन क्रू-9 मिशन के विस्तार के कारण आवश्यक हो गया।

क्रू-10 मिशन की आवश्यकता क्यों पड़ी?



क्रू-9 मिशन के तहत भेजे गए क्रू के कार्यकाल की समय सीमा समाप्त हो रही है। उनके स्थान पर क्रू-10 मिशन के अंतरिक्ष यात्री ISS पर जाएंगे, ताकि संचालन निर्बाध रूप से चलता रहे। स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल पहले ही कई सफल मिशन कर चुका है। इस कैप्सूल को भरोसेमंद और सुरक्षित मानते हुए इसे क्रू-10 मिशन के लिए चुना गया।


क्रू-10 मिशन का उद्देश्य:


सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाना। ISS पर नए क्रू की तैनाती करना तथा
अंतरिक्ष स्टेशन पर वैज्ञानिक अनुसंधान और संचालन को जारी रखना।


मिशन का लॉन्च समय:


क्रू-10 मिशन की लॉन्चिंग मार्च 2025 के अंत तक होने की संभावना है। मिशन के तहत नए अंतरिक्ष यात्री ISS पर पहुंचेंगे और सुनीता विलियम्स और उनके साथी की वापसी सुनिश्चित करेंगे। क्रू-10 मिशन, स्टारलाइनर की विफलता के बाद उत्पन्न स्थिति को संभालने और अंतरिक्ष स्टेशन की गतिविधियों को सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 

बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की विफलता के कारण 


बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान (CST-100 Starliner) को सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए उपयोग किया जाना था। हालांकि, यह मिशन विफल हो गया, और स्टारलाइनर को खाली वापस लाना पड़ा। इन समस्याओं के कारण स्टारलाइनर को बिना यात्रियों के वापस लाना पड़ा। बोइंग का स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान 7 सितंबर 2024 को न्यू मैक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में सफलतापूर्वक उतरा। इसके बाद नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन यान का उपयोग करने का फैसला किया था।
बोइंग अब इन खामियों को ठीक करने और स्टारलाइनर को भविष्य के मिशनों के लिए तैयार करने में जुटा है। यह उम्मीद की जा रही है कि स्टारलाइनर अपनी समस्याओं को हल करने के बाद 2025 या उसके बाद किसी मिशन में दोबारा उपयोग किया जाएगा।
विफलता के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

तकनीकी खामियां


स्टारलाइनर के पैराशूट सिस्टम में खामियां पाई गईं। पैराशूट का सही तरीके से काम न करना अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा था।


थ्रस्टर फेलियर:


स्टारलाइनर के कुछ थ्रस्टर्स (रॉकेट इंजन) ने परीक्षण के दौरान सही तरीके से काम नहीं किया। ये थ्रस्टर अंतरिक्ष यान को कक्षा में स्थिर रखने और सुरक्षित लैंडिंग में मदद करते हैं।


ऑर्बिटल मैन्युवरिंग यूनिट की खराबी:


यान की ऑर्बिटल मैन्युवरिंग यूनिट, जो कक्षा में नेविगेशन और दिशा बदलने का काम करती है, में भी खामियां थीं।

सॉफ़्टवेयर समस्याएं


2020 में भी स्टारलाइनर के एक मिशन के दौरान सॉफ़्टवेयर में गंभीर त्रुटियां पाई गई थीं। इनमें से कुछ समस्याएं अब भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई थीं।

टाइमिंग सिंक्रोनाइज़ेशन की गड़बड़ी:


ऑर्बिटल टाइमिंग सिस्टम में गड़बड़ी के कारण, यान को पृथ्वी के साथ संचार में दिक्कतें हुईं।

सुरक्षा मानकों पर खरा न उतरना


स्टारलाइनर ने नासा द्वारा निर्धारित कुछ सुरक्षा मानकों को पास नहीं किया। इनमें आपातकालीन स्थिति में यात्रियों को बचाने वाले तंत्रों की विश्वसनीयता पर सवाल उठे।

परीक्षणों में विफलता


बोइंग ने स्टारलाइनर का व्यापक परीक्षण किया था, लेकिन उनमें से कई परीक्षण असफल रहे। 2021 और 2022 के दौरान, विभिन्न परीक्षणों के दौरान थ्रस्टर और सॉफ़्टवेयर समस्याओं की वजह से मिशन में देरी हुई।

प्रबंधन और डिज़ाइन में खामियां


बोइंग के प्रबंधन और डिज़ाइन टीम के बीच समन्वय की कमी रही। मिशन के लिए आवश्यक समय और संसाधनों का सही तरीके से प्रबंधन नहीं किया गया।

सुनीता विलियम्स और उनके साथी को ISS से वापस लाने के विभिन्न प्रयास 


नासा और स्पेस एक्स द्वारा किए गए प्रयास और मिशन इस प्रकार है।

1. स्टारलाइनर मिशन (जून 2024)


बोइंग का स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान सुनीता विलियम्स और उनके साथी को ISS से वापस लाने के लिए भेजा गया।
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य स्टारलाइनर की प्रणाली का परीक्षण और भविष्य के मिशनों के लिए इसकी विश्वसनीयता साबित करना था।
स्टारलाइनर में पैराशूट और थ्रस्टर सिस्टम की खामियां पाई गईं। सुरक्षा कारणों से स्टारलाइनर को खाली (बिना यात्रियों के) धरती पर वापस लाना पड़ा। इस असफलता के कारण, सुनीता विलियम्स और उनके साथी ISS पर ही रहे।


2. क्रू-9 मिशन (सितंबर 2024)


स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल ISS पर भेजा गया।
इसे सुनीता विलियम्स और उनके साथी को वापस लाने के लिए तैयार किया गया था। हालांकि क्रू-9 कैप्सूल ISS पर पहुंच गया, इसे पहले से निर्धारित क्रू के रोटेशन के लिए उपयोग किया गया। सुनीता और बुच को वापस लाने के लिए इसे उपयोग नहीं किया गया, क्योंकि उनके स्थान पर नए क्रू को भेजने की योजना को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका।


3. क्रू-10 मिशन (योजना - मार्च 2025)


स्पेसएक्स के क्रू-10 मिशन के तहत एक नया क्रू ड्रैगन कैप्सूल लॉन्च किया जाएगा। इस कैप्सूल में नया क्रू ISS पर पहुंचेगा, और सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाया जाएगा। 


आखिरकार पृथ्वी पर सकुशल हुई वापसी 


9 महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर आखिरकार पृथ्वी पर सकुशल लौट आए हैं। 19 मार्च 2025 की सुबह एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से फ्लोरिडा के पास समंदर में लेंडिंग की समुद्र में लैंडिंग से पहले पैराशूट की मदद से यान की गति को कम किया गया। इसप्रकार उनकी पहली लैंडिंग समंदर में हुई। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और एलन मस्क के स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान ड्रैगन से सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव पृथ्वी पर लौटे। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) से पृथ्वी तक आने का सफ़र लगभग 17 घंटे का था। 

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Successful landing of SpaceX's dragon 




पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय ड्रैगन कैप्सूल की रफ़्तार 17000 मील प्रति घंटा थी जिसे कुछ मिनटों के अंतराल में तेज़ी से धीमा किया गया। सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के साथ दो और अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री लेग्ज़ेंडर गोर्बूनोव ने बाकी अंतरिक्ष यात्रियों से 18 मार्च को विदा लिया था। समुद्र में लैंडिंग के बाद सुरक्षा और तकनीकी जांच के बाद सुनिता विलियम्स और उनके साथियों के यान जहाज के माध्यम से बाहर लाया गया इसके बाद इन अंतरिक्ष यात्रियों को मेडिकल सुरक्षा की देख रेख में रखा जाएगा। 




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