Vande Bharat Express T-18: वंदे भारत एक्सप्रेस
दुनिया में यातायात के आधुनिक साधनों की बात आती है तो हमारे जेहन में हाई स्पीड की बात आती है आधुनिक एडवांस तकनीक में हवाई जहाज या यात्री विमानों की बात करें तो वे औसतन 300-800 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा में उड़ते हैं। समय की बचत के लिए हर यात्री तेज गति से सफर करना चाहता है इसलिए जमीनी सफर की बात करें तो हमारे दिमाग़ में आधुनिक बुलेट ट्रेन का नाम आता है आज तक की सबसे हाई स्पीड बुलेट ट्रेन के मामले में चीन और जापान देश सबसे हाई स्पीड बुलेट ट्रेन की शुरुआत कर चुके हैं। सबसे हाई स्पीड ट्रेन की बात करें तो शंघाई मैग्लेव (Shanghai Maglev) बुलेट ट्रेन का नाम आता है। शंघाई में चलने वाली इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 430km प्रति घंटे की है। इसकी औसत स्पीड भी 251 किलोमीटर प्रति घंटे की है। तेज रफ्तार में शामिल होने के लिए भारत भी पीछे नहीं हैं। भारत में बुलेट ट्रेन की होंड में तेज ट्रेन चलाने की कवायद हमेशा रही है। इसलिए 2011-2020 के दशक में भारत बुलेट ट्रेन (Bullet rain) से टक्कर लेने वाली अपनी स्वदेशी ट्रेन पटरियों पर उतारने की पूरी तैयारी कर ली। बता दें भारतीय रेल नेटवर्क ने शताब्दी एक्सप्रेस के बाद बुलेट ट्रेन जैसी दिखने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) को पटरी पर उतारा जिसके ट्रायल रन और टेस्टिंग के बाद यात्रियों के लिए शुरू कर दिया। भारत में बुलेट ट्रेन की तरह दौड़ने वाली वंदे भारत रेल का नेटवर्क दिनों-दिन बढ़ाया जा रहा है। चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की गई वंदे भारत एक्सप्रेस पहली इंजनलेस गाड़ी है। यात्री भी इस आधुनिक सुविधाओं वाली ट्रेन में यात्रा के लिए उत्साह दिखा रहे हैं। आइए आज इस पोस्ट के माध्यम से वंदे भारत एक्सप्रेस के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे।
Today, I have flagged off the new #VandeBharatExpress, running from Amb Andaura to New Delhi.
— PIB India (@PIB_India) October 13, 2022
The decision to bring Vande Bharat to Himachal Pradesh shows the priority that the government accords to the state: PM @narendramodi pic.twitter.com/iQ2gEebaiM
वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत
भारत में बुलेट ट्रेन की टक्कर में देश की सबसे तेज गति से दौड़ने वाली ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को सबसे पहले फरवरी 2019 में शुरू किया गया था। पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन वाराणसी जंक्शन से नई दिल्ली के लिए चलाई गई थी। इसी कड़ी की दूसरी वंदे भारत ट्रेन अक्टूबर 2019 में नई दिल्ली से माता वैष्णो देवी कटरा के लिए चलाई गई थी। बता दें देश की सबसे हाई स्पीड से चलने वाली ट्रेन वंदे भारत ट्रेन है। इस ट्रेन को पहली बार हरी झंडी नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2019 को दिखाई थी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की राजधानी नई दिल्ली को अन्य शहरों से जोड़ती है। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। भारतीय रेलवे की चौथी वंदे भारत ट्रेन हिमाचल प्रदेश से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए 13 अक्टूबर 2022 से शुरू कर दी गई है। आगे हम इस ट्रेन की सुविधाओं और टेक्नोलॉजी के बारे में जानेंगे।
वंदे भारत ट्रेन की पटरियां एवं मेकेनिकल सिस्टम
वंदे भारत ट्रेन डिजाइन में अन्य रेलों से बिल्कुल भिन्न है यह अलग से इंजन वाली नहीं है मतलब इसे दौड़ाने के लिए इंजन की जरूरत नहीं है। यह भारतीय रेलवे की आधुनिक ब्रांड गेज लाइनों पर इलेक्ट्रिक सिस्टम से संचालित होती है। हालांकि शुरुआती ईंधन वाले इंजनों की जगह अब इलेक्ट्रिक सिस्टम वाली रेलगाड़ियों की तरज पर वंदे भारत एक्सप्रेस को बिजली से दौड़ाया जा रहा है। वंदे भारत ट्रेन में मोटर चालित कोच होते हैं, जो ट्रेन को हाई हॉर्स पावर प्रदान करते हैं। वंदे भारत ट्रेन की बनावट बुलेट ट्रेन की तरह आगे का हिस्सा वायुयान की तरह एक्सिडेंट प्रोटेक्शन बनावट वाला है। तथा इंटिरियर सिस्टम आधुनिक स्वचालित तकनीक पर आधारित है जिसकी चर्चा आगे करेंगे।
वंदे भारत रेल एक्सप्रेस में आधुनिक सुविधाएं और हवाई जहाज जैसा इंटिरियर
मेक इन इंडिया प्रॉजेक्ट के तहत बनाई गई इस ट्रेन को शुरुआत में टी-18 नाम दिया गया जिसके पीछे खास वजह रही। दरअसल, इसे सिर्फ 18 महीनों में तैयार कर लिया गया था। करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस ट्रेन को सुविधाओं के लिहाज से काफी सस्ता माना जा रहा है। वंदे भारत के इंजनलेस और बिजली से चलनेवाली ट्रेन होने साथ कई और खासियत भी हैं जो इसे स्पेशल बनाती हैं। ट्रेन में कुल 16 डिब्बे हैं। वंदे भारत ट्रेन की बाहरी झलक हम देख ही चुके हैं जिसमें वह चमचमाते शीशों तथा बाहरी आवरण प्लेन की तरहां दिखता ही है। साथ में जो आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा तकनीकों से लैस इंटिरियर भी किसी हवाई जहाज से कम नहीं है। वंदे भारत Vande Bharat ट्रेन के आंतरिक पार्ट के लुक की बात करें तो फिलहाल यह सीटर कोच ट्रेन है ।
वहीं इस ट्रेन में पैसेंजर्स को ऑन डिमांड कंटेंट की सुविधा मिल रही है। जिसमें ट्रेन के सफर के दौरान आप अपनी पसंदीदा फिल्मों या गीतों का आनंद ले सकते हैं।
इस इसके अलावा सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक से लैस है। जिसमें सीसीटीवी कैमरे, अग्नि संयंत्र, ऑटोमैटिक दरवाजे, सैंसर युक्त लाइटें तथा पानी की सुविधाएं भी शामिल हैं। दूसरी तरफ ट्रेन दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए इसमें KAVACH सेफ्टी फीचर फिट किया गया है। जो कि एक एंटी कोलिजन डिवाइस है। वहीं इस ट्रेन की कुर्सियों को सुविधा के हिसाब से मूव भी किया जा सकता है। मतलब मूवेबल सीटें लगाई गई है। इसके साथ ही हर सीट के साथ चार्जिंग सॉकेट, पर्सनल रीडिंग लेंप आदि की भी सुविधा है। हर कोच के साथ पैंट्री और प्लेन जैसे वॉशरूम की सुविधा भी है। हर कोच में आपको चार एलईडी टीवी मिलेंगे जिनसे सफर के दौरान म्यूजिक और मूवी का मजा लिया जा सकें।
लोको पायलटों के संचालन के लिए चालक के केबिन में आरामदायक जगह जो हवाई जहाज के काकपिट की तरहां लुक दे रही है। दिव्यांगों के अनुकूल शौचालय, ट्रेन में झुकी हुई आरामदायक कुर्सियां, बायो टेक्नोलॉजी के टायलेट व कमोड शीट्स तथा यात्रियों के लिए आपातकालीन स्थिति में सुचना हेतु कंम्युनिकेशन सिस्टम , डिजिटल सूचना बोर्ड , वातानुकूलित कोच आदि कुछ इस ट्रेन में देखने को मिलता है।
किन किन रूट्स पर चलती हैं वंदे भारत ट्रेन?
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) वर्तमान में तीन रूटों नई दिल्ली-श्री वैष्णो देवी माता, कटरा, नई दिल्ली-वाराणसी और गांधीनगर से मुंबई के बीच चल रही है। दिल्ली और अंब अंदौरा के बीच शुरू की जा रही नई वंदे भारत एक्सप्रेस देश की चौथी वंदे भारत ट्रेन है। यात्रियों की उत्सुकता तथा परिवहन में नवाचारों के चलते जल्द ही पूरे देश में 75 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।
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