सूत्रों के हवाले सामने आया है कि मस्क की स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन (SpaceX) का नया और सबसे बड़ा रॉकेट अपनी तीसरी कोशिश में पहली बार सफलतापूर्वक लैंड हो गया लेकिन पृथ्वी पर उतरने के 10 मिनट के बाद ही इसमें जोरदार धमाके के साथ विस्फोट हो गया। जिससे एलन मस्क के मंगल मिशन तथा मंगल ग्रह पर बस्ती बचाने के सपने को झटका लगा है। लेकिन एलन मस्क के अद्भुत और करिश्माई हौसले गवाह है कि ऐसी असफलताएं और चुनौतियों को उन्होंने बेहतरीन ढ़ंग से मात दी है। एलन का हौसला तथा जिद्दी स्वभाव जिससे लक्ष्य के प्रति लगन और ललक है वो वाकई हैरान करने वाली है। एल की असाधारण सोच तथा हौसला मानव के लिए प्रेरणा का स्रोत है क्योंकि एलन जैसे महत्वकांक्षी लोग इस दुनिया में विरले ही होते हैं।
तो आइए जानते हैं एलन मस्क की संघर्षों की कहानी जिसने पूरी दुनिया को चौका दिया कि भला एक आदमी के पास सोचने की ताकत कैसे आ जाती है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। एलन मस्क कौन है असफलता के बाद खुद को कैसे शीर्ष पर पहुंचाया तथा टेसला मोटर कंपनी के सीईओ तथा विश्व के अरबपतियों में कैसे शुमार हो गए?
एलन मस्क का स्पेस एक्स मिशन क्या है तथा इसका तीसरा राकेट कैसे क्रेश हुआ?
कौन है ? एलन रीव मस्क who is Elon Musk?
एलन रीव मस्क Elon Musk एक दक्षिण अफ्रीकी-कनाडाई-अमेरिकी बहुप्रतिभावान दिग्गज व्यापारी, निवेशक, इंजीनियर, और आविष्कारक हैं। एलन मस्क के हौसले और सोचने की शक्ति अद्भुत और अविश्वसनीय है। इसलिए इन्हें बहुमुखी प्रतिभा का मसीहा कहा जाए तो कोई अनुचित नहीं होगा।
एलन मस्क का जन्म 28 जून, 1971 को, दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में नी हल्दमैन के यहाँ हुआ था, जो रेजिना, सस्केचेवान, कनाडा, से एक मॉडल और आहार विशेषज्ञ थे और एक दक्षिण अफ्रीकी विद्युत इंजीनियर, पायलट और नाविक भी थे। इस प्रकार इनके पिता भी बहुप्रतिभावान थे। एलन मस्क बचपन से ही बहुत मेहनती तथा पढ़ाकू रहें हैं जिनके अंदर कुछ नया करने की आग हमेशा रहती थी। एलन मस्क असफलताओं को मात देकर अपने सपनों को उड़ान देने का फौलादी हौसला रखते हैं। इसलिए वे दर्जनों संस्थाओं के फाउंडर तथा अध्यक्ष रह चुके हैं
स्पेसएक्स के संस्थापक, सीईओ और मुख्य डिजाइनर भी एलन है। टेस्ला कंपनी के सह-संस्थापक, सीईओ और उत्पाद के वास्तुकार तथा ओपनएआई के सह-अध्यक्ष भी हैं। न्यूरालिंक के संस्थापक और सीईओ और द बोरिंग कंपनी के संस्थापक हैं। इसके अलावा वे सोलरसिटी के सह-संस्थापक और पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं। इस प्रकार वे ज़िप2 के सह-संस्थापक और एक्स काम के संस्थापक हैं, भारत में टेसला की शुरुआत भी उन्होंने शुरू की है। एलन बचपन से ही प्रतिभाशाली तथा क्रिएटिव रहें हैं इसलिए उन्होंने 12 वर्ष की उम्र में ही एक कंप्यूटर गेम बना दिया और फिर उन्होंने उस गेम को बेचकर 500$ भी कमाये। उस गेम का नाम ब्लास्टर था। उन्होंने 1999 में एक्स कॉम की स्थापना की, जो बाद में पेपैल(PayPal) बन कर तैयार हुई। 2002 में स्पेसएक्स और 2003 में टेस्ला मोटर्स आदि की स्थापना भी उनके द्वारा की गई।
एलन मस्क का सफर और सफलता की कहानी
एलन मस्क ने अपने जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव देखे तथा उनका डट कर मुकाबला किया वे पक्के पढ़ाकू और सीखने वाले इंसान रहें हैं पेपल से लगाकर टेसला तथा अन्तरिक्ष में यानों के प्रक्षेपण के अद्भूत कार्य उन्होंने पढ़ पढ़ के सीखा। किताबों से प्रेरणा ली तथा आगे बढ़ते गए।
स्पेस अभियान के बारे में भी उन्होंने अनेक जानकारी उन्होंने किताबों के जरिये हासिल की। इसके बाद वह रूस से एक नया रॉकेट खरीदना चाहते थे और उसको अपने तरीके से संशोधित करना चाहते थे पर रूस ने रॉकेट की कीमत ज्यादा बताई तब उन्होंने अपनी खुद की कंपनी बनाने का फैसला लिया पर उस समय उनको एक ऐसे वैज्ञानिक की ज़रूरत थी जो उनको रॉकेट के पुर्जों और ज़रूरी चीजों की जानकारी दे। तब उनकी मुलाकात टॉम म्युलर से हुई और तथा वहां से स्पेसएक्स की कहानी शुरू हो गई । आज वही स्पेसएक्स सबसे कम खर्चे में नासा के सेटेलाइट को अन्तरिक्ष में भेजने का काम कर रही है। रीयुज और कम खर्च की तकनीक से अन्तरिक्ष में सामग्री पहुंचाने की अद्भूत तकनीक ने पूरी दुनिया को चौका दिया।
क्या है SpaceX का स्टारशिप SN10
अमेरिकी अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कार्पोरेशन को बड़ी सफलता हाथ लगी, जब उनका मानवरहित सबसे बड़ा रॉकेट SpaceX ने सफलता पूर्वक लैंडिंग की लेकिन पथ्वी की सतह से टकराते ही रॉकेट आग के अंगारों में तब्दील हो गया। इससे एलन मस्क के मिशन मंगल को करारा झटका लगा। एलन मस्क मंगल ग्रह पर शहर बसाने का सपना संजोए हुए थे लेकिन एलन को यह घटना उसके सपनों को मिटा नहीं सकती।
एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX का स्टारशिप SN10 पहली बार हवा में करीब 6 मील की ऊंचाई तक गया लेकिन धरती पर उतरने के 10 मिनट के अंदर ही उसमें भयंकर विस्फोट हो गया। इस वजह से रॉकेट लॉन्चपैड पर ही जलकर खाक हो गया। यह अपनी तरह का तीसरा स्टारशिप रॉकेट था जिसे स्पेसएक्स ने लॉन्च किया था। इससे पहले भी दो परीक्षण उड़ानें दुर्घटनाओं का शिकार हो चुकी थी।
No comments:
Post a Comment