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Tuesday, January 26, 2021

गणतंत्र दिवस के दिन किसान रैली में एक किसान की मौत किसानों का दावा सिर में लगी गोली Farmer's death in rally


Farmer's death in rally
किसान रैली में एक किसान की मौत फोटो साभार सोसल मीडिया




कृषि कानून के खिलाफ पिछले दो महीनों से आंदोलन कर रहे किसान ने आज दिल्ली की सीमाओं के आसपास ट्रैक्टर रैली निकाली. इस दौरान कई जगहों पर पुलिस और किसानों के बीच भिड़ंत हुई. पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं। लेकिन कुछ किसान लाल किले तक पहुंच गए। लेकिन दुखद ख़बर सामने आई जिसमें एक किसान की मौत हुई है हालांकि यह पुष्टि नहीं हुई है कि मौत कैसे हुई है। लेकिन किसानों का दावा है कि गोली लगने से मौत हुई है। आइए जानते हैं कि आखिर इस घटना का क्या मामला है।

आज 26 जनवरी यानी 72वे गणतंत्र दिवस पर कई दिनों से चला आ  किसान आंदोलन ने आज उग्र रूप ले लिया जो राजधानी में शान्ति व्यवस्था के लिए चिंता का विषय रहा । सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि किसान शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे इसी बीच पुलिस के जवानों द्वारा रोकने के कारण किसानों ने हिंसक रूप धारण कर लिया पुलिस के जवानों ने किसानों पर आंसू गैस और लाठीचार्ज किया जिसमें कई किसान आक्रोशित हुए तथा बेरीकेडिंग हटाते हुए जबरदस्ती आगे बढ़ गये। 
न्यूज़ एजेंसी ने दावा किया है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान एक किसान की मौत हो गई है।  डीडीयू मार्ग पर एक किसान का ट्रैक्टर पलट गया, जिससे ट्रैक्टर चालक की मौके पर मौत हो गई। लेकिन मिडिया के सामने किसानों  का दावा है कि नवजीत गौतम नाम के एक किसान की मौत गोली लगने के  कारण हुई है। किसानों द्वारा बताया जा रहा है कि यह गोली पुलिस द्वारा चलाई गई जो नवजीवन नाम के एक सख्श के सिर पर लगी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
किसान की मौत होने से सारे किसान आक्रोश में है प्रत्येक आंदोलनकर्ता किसान के आंखों में आंसू नजर आ रहे हैं। घटनास्थल पर मौजूद किसानों ने बताया कि सरकार से इस किसान के खून की  बूंद बूंद का बदला लेंगे।
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने  बताया कि ट्रैक्टर से पीले रंग के पुलिस अवरोधक को धकेलने की कोशिश की जा रही थी तभी वाहन पलट गया और नवरीत इसके नीचे दब गए।  गांव में नवरीत के एक पड़ोसी ने कहा, ‘ हम परेड में हिस्सा लेने के लिए साथ आए थे लेकिन कभी सोचा नहीं था कि ऐसा हो जाएगा।
घटना के बाद ऐसी अफवाह भी उड़ी कि नवरीत की मौत पुलिस की गोली से हुई लेकिन दिल्ली पुलिस ने इससे इनकार करते हुए कहा कि सीसीटीवी फुटेज में कहीं भी गोली चलने की पुष्टि नहीं होती है।
यह शर्म की बात है कि अन्नदाता कहे जाने वाले किसान आज इस स्थिति में है । सरकार द्वारा उन पर लाठियां बरसाई जा रही है ,आंसू गैस के गोले दागे जा रहे है। सभी देशवासियों को मायूस कर देने वाली खबर है। की गणतंत्र दिवस के अवसर पर जब देश गणतंत्र घोषित होने की खुशियां मना रहा है तभी एक किसान की मौत हो रही है।
जाहिर सी बात है इस घटनाक्रम में  सरकार  को गंभीरता से विचार करते हुए देश में शांति व्यवस्था कायम करने के प्रयास करने चाहिए।

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