New strain of corona कितना घातक है कोरोना का नया रूप वैक्सीन कैसे करेगी कामJagriti PathJagriti Path

JUST NOW

Jagritipath जागृतिपथ News,Education,Business,Cricket,Politics,Health,Sports,Science,Tech,WildLife,Art,living,India,World,NewsAnalysis

Saturday, December 26, 2020

New strain of corona कितना घातक है कोरोना का नया रूप वैक्सीन कैसे करेगी काम

New strain of corona
New strain of corona


 कोरोना का नया अवतार New strain of corona


एक तरफ जहा पूरी दुनिया कोरोना के खात्मे की आस लगाकर बैठी है, कई दवा निर्माता कंपनियों ने कोरोना के वेक्सिन निर्माण का दावा किया है । वही दूसरी तरफ कोरोना का एक नया रूप सामने आया है, जिसने पूरी दुनिया के सामने एक नई चुनौती लाकर रख दी है । साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए है।

कोरोना का नया रूप

ब्रिटिश स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कोविड-19 का एक और स्‍ट्रेन मिलने की पुष्टि की है। दरअसल नया वैरियंट SARS-CoV-2 के स्‍पाइक प्रोटीन में कई सारे म्‍यूटेशंस का नतीजा है।इनमें से एक म्‍यूटेशन को N501Y नाम दिया गया है, यह स्‍पाइक प्रोटीन के उस एरिया में मिला है जो इंसानी कोशिका के एक प्रमुख प्रोटीन ACE2 रिसेप्‍टर से जुड़ता है। इस नए स्‍ट्रेन का पहला केस 16 दिसंबर को मिला था। यूके के हेल्‍थ डिपार्टमेंट के अनुसार, स्‍पाइक प्रोटीन के अभी करीब 4,000 म्‍यूटेशंस मौजूद हैं। कोविड-19 वायरस के कई स्‍ट्रेन सामने आ चुके हैं जिनमें से कुछ ज्‍यादा बड़े इलाके में फैले, कुछ छोटे भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित रहे।

नए वाइरस से खतरा क्यों 

कोरोना के ये नए स्‍ट्रेन बेहद संक्रामक बताए जा रहे हैं।इसका कारण यह है की उत्परिवर्तन के कारण कोरोना वाइरस मानव कोशिकाओं से जुडने के लिए अनुकूल हो गया है, जिससे यह बेहद आसानी से मानव शरीर मे जाकर उसे सक्रमित कर देता है तथा कोशिका के अंदर अधिक मात्रा मे प्रतिलिपि बनाता है। इस कारण यह अधिक संक्रामक हो गया है। वायरस के नए रूपों को लेकर इतनी हलचल इसलिए दिख रही है क्‍योंकि ये 'ज्‍यादा संक्रामक' हैं और इन्‍हें लेकर हमें ज्‍यादा पता नहीं है।यह स्‍ट्रेन 70% ज्‍यादा संक्रामक है। 

कहा हुआ उत्परिवर्तन 

वायरस के जेनेटिक कोड में बदलाव से एक नया रूप तैयार होता है। ज्‍यादा चिंता की बात तब होती है जब वायरस अपनी सतह के प्रोटीन्‍स में बदलाव करके म्‍यूटेट होता है। नए स्‍ट्रेन्‍स में यही हुआ है। इसका नतीजा ये होता है कि वायरस इम्‍युन सिस्‍टम या दवाओं से बच जाता है। जिन्‍हें पहले कोविड हो चुका है, उन्‍हें इस नए स्‍ट्रेन से इन्‍फेक्‍शन की बेहद कम संभावना जताई गई है।

क्या इस पर वेक्सिन असरदार है?

एक सामान्य प्रश्न जो सबके दिमाग मे आता है की क्या इस नए स्ट्रेन पर वेक्सिन काम  करेगी । अभी तक हां या ना में जवाब नहीं मिला है मगर अधिकतर एक्‍सपर्ट्स यही कह रहे हैं कि वैक्‍सीन नए स्‍ट्रेन पर भी काम करनी चाहिए। मॉडर्ना, फाइजर ने रिसर्च शुरू कर दी है।

क्या है सावधानी के कदम 

वाइरस के नए रूप के लक्षण सबसे पहले ब्रिटेन मे नजर आए इसलिए कई देशो ने ब्रिटेन से आने वाली सभी विमान यात्राओ पर रोक लगा दी है, भारत ने भी 31 दिसंबर तक विमान रद्द कर दिये है। इसके अलावा सब तरह की सावधानी सरकार द्वारा बरती जा रही है। हम सब भी मास्क तथा सामाजिक दूरी रख कर इस नए वाइरस स्ट्रेन से बस सकते है । हमें प्रभावी वैक्सीन बनने से पहले हेल्थ एंव हाइजीन के माध्यम से पूर्ण सावधानी बरतनी चाहिए ।



No comments:

Post a Comment


Post Top Ad