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Thursday, March 5, 2020

2020 ओलम्पिक खेलों पर खतरे के बादल

Tokyo Olympics
Tokyo Olympics

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2020 ओलंपिक गेम का आयोजन जापान की राजधानी टोक्यो में होना है।  ओलंपिक खेलों का पूरा शेड्यूल जारी हो चूका है। खेलों के इस महाकुंभ की शुरुआत 24 जुलाई 2020 से होगी और इसका समापन 9 अगस्त को होगा। पूरा शेड्यूल 17 दिन का होगा। लेकिन क्या कोरोनावायरस की वजह से ओलम्पिक खेलों पर बुरा असर पड़ सकता   है।                                                                                                                           
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आगामी टोक्यो ओलिंपिक पर खतरा मंडरा रहा है। ओलंपिक को खेलों का महाकुंभ माना जाता और यह हर चार साल में होते हैं। 1896 में एथेंस से शुरु हुए आधुनिक ओलिंपिक अब तक अपने 124 साल के इतिहास में केवल तीन बार रद्द हुए हैं वह भी विश्व युद्द के कारण विश्व में कई बार महामारी फैली है पर उसका ओलंपिक कार्यक्रम पर प्रभाव नहीं पड़ा है हालांकि इस साल टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक पर कोरोना वायरस का खतरा गहराता जा रहा है और इनके कारण आशंकाएं बढ़ती जा रहा हैं। आयोजक देश जापान ने भी माना है कि अगर हालात नहीं संभले तो ओलंपिक खेलों को रद्द करना पड़ सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो यह पहली बार होगा जब महामारी के कारण ओलंपिक रद्द होंगे।
1916 बर्लिन ओलिंपिक इतिहास में पहली बार 1916 में ओलिंपिक रद्द हुए थे।प्रथम विश्व युद्द के कारण इस ओलिंपिक को रद्द करना पड़ा था। 4 जुलई 1912 को आईओसी की बैठक में बर्लिन ने बड़े बड़े देशों को मात देकर मेजबानी हासिल की थी।मगर प्रथम विश्व युद्द के कारण यह ओलिंपिक रद्द हो गया ‌था। इसके 20 सालों बाद बर्लिन ने 1936 समर ओलिंपिक का आयोजन किया। दूसरे विश्व युद्द से पहले यह आखिरी ओलिंपिक था।
1940 टोक्यो ओलिंपिक: 1940 में 21 सितंबर से 6 अक्टूबर तक टोक्यो में 12वें ओलिंपिक का आयोजन होना था, मगर इसके बाद इसे पुननिर्धारित करके 20 जुलाई से 4 अगस्त के बीच फिनलैंड में आयोजित करवाने का फैसला लिया गया. मगर दूसरे विश्व युद्द के कारण आखिरकार इस ओलिंपिक को रद्द ही करना पड़ा। इसके बाद फिनलैंड ने 1952 में और टोक्यो ने 1964 में समर ओलिंपिक की मेजबानी की।
1944 लंदन ओलिंपिक: ओलिंपिक के 13वें सीजन की मेजबानी लंदन को मिली थी, मगर दूसरे विश्व युद्द के चलते यह ओलिंपिक भी रद्द हो गए थे। इसके बाद लंदन ने 1948 ओलिंपिक की मेजबानी की थी।

ओलंपिक में दुनिया के 200 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं. हर एक खिलाड़ी का सपना ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना होता है। हर चार साल में भव्य रूप से इन खेलों का आयोजन किया जाता है।खेलों की मेजबानी मिलते ही मेजबान देश इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं और इसकी तैयारियां में करीब चार साल लग जाते हैं।यह खेल तय समय पर ही शुरू होते हैं। पूरे विश्व में कोरोनावायरस की दहशत के बावजूद इस महा कुंभ के आयोजक क्या फैसला लेंगे यह दिलचस्प होगा। किस तरह की सूरक्षा के इंतजाम किए जायेंगे या फिर रद्द करने का फैसला लिया जाएगा।

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