रविन्द्र सिंह भाटी विधायक शिव बाडमेर
रविन्द्र सिंह भाटी शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर मात्र 26 साल की उम्र में विधायक बन गये है। कभी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रहे रविन्द्र सिंह भाटी जिस तरह विधायक बन कर राजस्थान विधानसभा में जायेंगे तो युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेंगे। हर युवा रविन्द्र सिंह भाटी जैसी सफ़लता पाने के सपने देखता है लेकिन इसके लिए रविन्द्र सिंह भाटी जैसा जज्बा और जुनून रखना बहुत जरूरी है।
कौन है रविन्द्र सिंह भाटी ? रविन्द्र सिंह भाटी का जीवन परिचय
रविन्द्र सिंह भाटी मूलतःदुधौड़ा, हरसानी, पंचायत समिति गडरारोड, जिला बाड़मेर के निवासी हैं। रवसा भाटी का जन्म
3 दिसम्बर 1990 को हुआ था। भाटी के पिता का नाम (Father Name) शैतान सिंह भाटी है। जो पेशे से शिक्षक हैं। रविन्द्र सिंह भाटी की माता जी का नाम (Mother Name) अशोक कंवर है। तथा उनकी पत्नी का नाम(Wife Name) धनिष्ठा कंवर है। रविन्द्र सिंह भाटी की शिक्षा की बात करें तो रविन्द्र सिंह भाटी ने BA – LLB (वकालत) की है। रविन्द्र सिंह भाटी की प्रारम्भिक शिक्षा प्राथमिक शिक्षा मयूर नोबल अकेडमी सेनियर सेकेन्डरी स्कूल बाड़मेर हुई वहीं उच्च शिक्षा जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर, राजस्थान से हुई है इसी युनिवर्सिटी से वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में छात्र संघ अध्यक्ष बने थे। वर्तमान में भाटी जोधपुर में रहते हैं।
रविन्द्र सिंह भाटी में कम उम्र में राजनीतिक तजुर्बा और टेलेंट की कहानी
रविन्द्र सिंह भाटी भाटी बहुत कम उम्र में राजनीति और समाज में अपना नाम कमाया है आज वे पश्चिमी राजस्थान के युवाओं और विद्यार्थियों की आवाज और आइकन बने हुए हैं। रविन्द्र सिंह भाटी छात्र संघ अध्यक्ष के समय आक्रमण शैली और जोशिले अंदाज में छात्रों के हित की बात रखने के बाद चर्चा में आये थे। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में वे शिव से विधानसभा चुनाव लडने की तैयारी करते हैं तथा भाजपा से टिकट मांगते हैं लेकिन भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर वे बागी बनकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शिव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं चुनाव प्रचार के दिनों में रविन्द्र सिंह भाटी एक अनुभवी राजनेता की तरह पूरे प्रचार कार्यक्रम को व्यवस्थित करते हैं तथा स्वयं अपनी भाषा में जन जन तक पहुंचकर ओजस्वी भाषण और विकास की बात पर वोट मांगते हैं। एक छोटी उम्र का युवा पूरे चुनाव कार्यक्रम में एक मंझे हुए राजनेता की तरह शिव की जनता का दिल जीतकर सबसे अधिक वोट हासिल कर विधायक बन जाता है। रविन्द्र सिंह भाटी की यह सफलता और युवावस्था में विधायक बनने तक का सफर युवाओं के दिल को छूने वाला भावात्मक पहलु है कि आखिर रविन्द्र सिंह भाटी के पास वो कौन कौन सी चीजें है जिससे वो यह सब बड़े आत्मविश्वास के साथ करते हैं। रविन्द्र सिंह भाटी ने छोटी उम्र में ही बेहतरीन भाषण तथा लोगों से जुड़ने की कला सीखी है हालांकि कुछ गुण रविन्द्र सिंह भाटी को प्रकृति और परिवार से मिले हैं जिसमें उसका कद-काठी और ओजस्वी वाणी । दूसरी तरफ उन्होंने पढ़ाई के साथ साथ नेतृत्व करने की क्षमता तथा राजनीतिक तजुर्बा हासिल किया है। अब रविन्द्र सिंह भाटी राजस्थान विधानसभा में एक बतौर विधायक के रूप में जब सत्र में भाग लेंगे तो युवाओं और समर्थकों को शिव के विकास और उनके भाषणों पर नजर रहेगी। हालांकि जब रविन्द्र सिंह भाटी विधायक बने हैं तो उनको चाहिए कि वे आक्रामक न होकर शांत और शालीनता से अपनी बात रखें तथा अपनी छवि एक आदर्श और निष्पक्ष नेता के रूप में मजबूत करें।
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